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महाशिवरात्रि पर नर्मदापुरम जिला भगवान शिव की भक्ति में रम गया है। शिवालयों में सुबह 4 बजे से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। दूध-दही, जल से भगवान शिव का अभिषेक कर फूल-बेलपत्र से शिवजी का श्रृंगार किया गया है।
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दक्षिण के कैलाश कहे जाने वाले सतपुड़ा की वादियों में बसे ऊंचे शिखर पर स्थित भगवान चौरागढ़ (चौड़ेश्वर) के दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़ रहे है।

चौरागढ़ महादेव के दर्शन के लिए पहुंच भक्त।
पचमढ़ी के दूसरे नंबर के सबसे ऊंचे शिखर 1326 मीटर पर स्थित चौरागढ़ (चौड़ेश्वर) महादेव का मंदिर है। महाशिवरात्रि के अवसर पर पचमढ़ी में महादेव मेला लगा है। चौरागढ़ शिव मंदिर तक पहुंचने का रास्ता काफी कठिन और दुर्गम है। जिसे पार कर श्रद्धालु चौरागढ़ महादेव और चौरा बाबा के दर्शन कर रहे। बाबा के चरणों में त्रिशूल अर्पित कर रहे है।

पचमढ़ी स्थित जटाशंकर महादेव के लिए लगी लंबी कतार।
17 फरवरी से मेला लगा है। 9 दिनों में 2.20 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन कर चुके है। आज 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हुए है। पचमढ़ी में चौरागढ़, बड़ा महादेव, जटाशंकर, गुप्त महादेव, छोटा महादेव में भक्तों की लम्बी लंबी कतार लग रही है।
काले महादेव में भक्तों का तांता, शाम को शाही सवारी

काले महादेव का उज्जैन के महाकाल महादेव जैसा श्रृंगार किया जाता है।
शिवरात्रि पर शहर के सभी शिवालय में शिवरात्रि का आयोजन किया जा रहा है। शहर का मुख्य आयोजन काले महादेव मंदिर में होगा। काले महादेव मंदिर में भक्तों को सुबह से तांता लगा हुआ है। भगवान शिव की भस्म आरती सुबह 4 बजे व 10 बजे से रूद्र महाअभिषेक हुआ। दोपहर 3.15 बजे पालकी पूजन। शाम 4 बजे से भगवान चंद्रमोलेश्वर की शहर में शाही सवारी पर निकलेगी। पालकी को महाकाल सेना उठाएगी।
शाम 4 बजे काले महादेव मंदिर से शाही सवारी शहर में निकाली जाएगी। मंदिर से सेंट्रल बैंक, सराफा चौक, मोरछली चौक, इंदिरा चौक, सतरस्ते, अमर चौक, जयस्तंभ चौक, श्रीराम चौक, सराफा चौक, सेठानी घाट पहुंचकर पालकी का पूजन होगा।
रात 10 बजे यात्रा मंदिर पहुंचेगी। रसूलिया स्थित इच्छापूर्ति रुद्र महाकालेश्वर मंदिर में सुबह रुद्राअभिषेक किया गया। शाम को भगवान की पालकी नगर भ्रमण पर निकलेगी। रात को महाआरती होगी।

नर्मदापुरम में नर्मदा नदी स्थित काले महादेव में सजावट की गई है।
सोहागपुर में शिवपार्वती मंदिर, तिलक सिंदूर पहुंच रहे श्रद्धालु
सोहागपुर में नर्मदापुरम रोड स्थित शिव पार्वती मंदिर में सुबह से भक्तों की भीड़ लगी हुई है। मंदिर में भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की दुर्लभ प्रतिमा है। ग्रेनाइट पत्थर से बनी प्रतिमा में पूरा परिवार विराजमान है। ब्रह्म, विष्णु, महेश, मां पार्वती के अलावा भगवान गणेश, कार्तिकेय, शिव का वाहन नंदी, सिंह और मध्य में भस्मासुर भी दिखाई देता है।
महाशिवरात्रि पर प्रतिमा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। तिलक सिंदूर मंदिर में भी सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है। एकमात्र मंदिर है जहां भगवान शिव को सिंदूर चढ़ता है। यहां मेला भी आयोजित किया गया है। इटारसी के पास ऊंची पहाड़ी पर स्थित शरद देव के दर्शन के लिए श्रद्धालु कठिन रास्ता पार कर पहुंच रहे है।

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