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Success Story: मुहम्मदाबाद गोहना जनपद मऊ के कस्बे के आदर्श नगर मोहल्ला निवासी सकलैन रज़ा ने एलएलबी की तैयारी के साथ ही साथ कुल्हड़ बनाने की फैक्ट्री लगाई. जिससे आज वह लाखों रुपये कमा रहे हैं. साथ ही वह दर्जनभर ल…और पढ़ें
ax manufacturing factory
हाइलाइट्स
- सकलैन रज़ा ने एलएलबी की तैयारी के साथ कुल्हड़ फैक्ट्री शुरू की.
- वह लाखों रुपये कमा रहे हैं और दर्जनों को रोजगार दे रहे हैं.
- उनकी फैक्ट्री में 12-15 हजार कुल्हड़ का उत्पादन होता है.
डॉक्टर, इंजीनियर ,वकील, पीसीएस आदि बनने के लिए युवा तैयारी करने के लिए दिन रात एक कर देते हैं, लेकिन अब कई युवाओं को यह नौकरी रास नहीं आ रही है. ऐसी स्थिति में इस तरह के युवा अपना खुद का स्वरोजगार अपनाकर अपनी किस्मत चमका रहे हैं. ऐसे शिक्षित युवा अपनी तो किस्मत चमका ही रहे हैं, साथ ही दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं. जनपद मऊ के आदर्श नगर मोहल्ला निवासी सकलैन रज़ा ने एलएलबी की तैयारी के साथ ही साथ लाखों कुल्हड़ बनाने की फैक्ट्री लगाई. जिससे आज वह लाखों रुपये कमा रहे हैं. साथ ही वह इस कंपनी में आधा दर्जन महिलाओं के साथ-साथ कुल 11 लोगों को भी आत्मनिर्भर बना रहे हैं.
सकलैन रज़ा ने एलएलबी की तैयारी के साथ-साथ लगभग तीन वर्ष पूर्व स्वरोजगार करने की ठानी. वर्ष 2022-23 में इन्होंने मिट्टी को ही अपना व्यापार चुना. उन्होंने मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक के प्रधानपुर ग्राम सभा में जमीन किराए पर लेकर मिट्टी के कुल्हड़ और मिट्टी के बर्तन बनाने की फैक्ट्री शुरू की. आज उनके कारखाने में एक दर्जन लोग रोजाना 500 से 600 रुपये कमा रहे हैं. युवा सकलैन रज़ा ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में मिट्टी के बर्तनों में काली मिट्टी और पीली मिट्टी दोनों को मिलाकर इन बर्तनों को तैयार किया जाता है. उन्होंने बताया कि कुल्हड़ की फैक्ट्री में कुल 10 मशीन लगाई गई हैं. एक दिन में वे 12 से 15 हजार कुल्हड़ का उत्पादन कर लेते हैं. कुल्हड़ बनाने की एक मशीन लगभग 12 हजार रुपये की है. वर्तमान में उनके पास 10 मशीनें हैं.
एक लाख रुपये की एक मशीन कोयला वाली (भट्ठी) है. इसके अलावा मिट्टी काटने व पीसने की मशीन एक मशीन मिट्टी को पीसकर पाउडर बनाती है. उन्होंने बताया कि मुहम्मदाबाद गोहना तहसील में कहीं भी मिट्टी के कुल्हड़, प्लेट, गिलास, मटकी, हांडी आदि बनाने की फैक्ट्री नहीं है. यहां फैक्ट्री डालकर वह आज अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. उनके यहां चार साइज के चाय के कुल्हड़, लस्सी बचने के लिए तीन साइज गिलास और मिठाई वाली चार साइज की कटोरी तैयार की जाती है. फैक्ट्री में लगे मजदूर एक दिन मिट्टी को तैयार करने के बाद दूसरे दिन मिट्टी से कुल्हड़, कटोरी, गिलास बनाकर तैयार करते हैं. कुछ लोग खुद आकर ले जाते हैं. इस फैक्ट्री में मिट्टी के तैयार किए गए बर्तन की सप्लाई आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर, सहित छोटे क्षेत्र में जैसे घोसी, मुहम्मदाबाद गोहना, चिरैयाकोट, चकरपानपुर आदि जगहों पर भेजी जाती है.
Mau,Uttar Pradesh
February 26, 2025, 12:05 IST
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