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Agency:Local18
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Drone Farming: पुदुक्कोट्टई की अमुधा ने ड्रोन पायलट बनकर खेती में नई क्रांति लाई है. वह ड्रोन से कीटनाशकों का छिड़काव कर किसानों की मदद कर रही हैं और अच्छी कमाई भी कर रही हैं.
ड्रोन पायलट महिला
आज महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता के नए आयाम स्थापित कर रही हैं. चाहे कोई भी क्षेत्र हो, महिलाएं अपनी मेहनत, दृढ़ निश्चय और कौशल से अपनी अलग पहचान बना रही हैं. वे विभिन्न प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं, व्यवसाय को आगे बढ़ा रही हैं और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही हैं. इसी कड़ी में पुदुक्कोट्टई जिले की एक महिला, अमुधा, कृषि में तकनीक का उपयोग कर न सिर्फ खुद आत्मनिर्भर बनी हैं, बल्कि अन्य किसानों के लिए भी मददगार साबित हो रही हैं.
ड्रोन से खेती को बना रही आसान
अमुधा पुदुक्कोट्टई जिले के पोन्नमारवती के पास स्थित मनापट्टी गांव की रहने वाली हैं. वे एक प्रशिक्षित ड्रोन पायलट हैं और पिछले एक साल से ड्रोन का उपयोग कर रही हैं. उन्होंने ‘नमो ड्रोन तिथि’ योजना के तहत यह ड्रोन खरीदा है, जिसे खेती में इस्तेमाल किया जा सकता है. इस ड्रोन की मदद से सिर्फ़ पाँच मिनट में एक एकड़ खेत में कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है, जिससे किसानों को खाद और मेहनत की लागत में काफी बचत होती है. अब तक अमुधा 500 एकड़ से अधिक भूमि में ड्रोन का उपयोग कर चुकी हैं.
ड्रोन से बढ़ाई आमदनी
अमुधा अपने इस काम से अच्छी कमाई भी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि वे 350 से 450 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करती हैं और पिछले साल उन्होंने करीब डेढ़ लाख रुपये की आमदनी की. उन्हें इस योजना के बारे में महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से जानकारी मिली थी. इसके बाद इफको ने उन्हें प्रशिक्षण दिया और ड्रोन के साथ एक वाहन भी मुफ्त में उपलब्ध कराया. पहले उन्होंने विभिन्न कृषि कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर संपर्क किया, जिससे धीरे-धीरे किसान उनसे जुड़ने लगे और उनकी सेवाओं का लाभ उठाने लगे.
राष्ट्रपति भवन में मिला सम्मान
अमुधा के इस सराहनीय कार्य को देखते हुए उन्हें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित चाय पार्टी में आमंत्रित किया गया, जहां उन्होंने खेती में ड्रोन के उपयोग पर अपने अनुभव साझा किए. उनका कहना है कि शुरुआत में कई महिलाओं ने उन्हें इस क्षेत्र में आगे बढ़ने से रोका, लेकिन उन्होंने खुद को साबित किया और आज वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं.
महिलाओं के लिए बनीं प्रेरणास्रोत
अमुधा कहती हैं, “अगर महिलाएं ठान लें, तो कुछ भी असंभव नहीं है. मुझे खुशी है कि मैं आज कई महिलाओं के लिए एक मिसाल बन पाई हूं.” उनका यह सफर दर्शाता है कि अगर सही दिशा और मेहनत हो, तो महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकती हैं.
February 25, 2025, 17:29 IST
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