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भोपाल में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) को लेकर सभी बेहद उत्साहित हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस समिट को दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ाया है, और यह मध्यप्रदेश के आर्थिक और औद्योगिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
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ओरियंटल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के चेयरमैन और ओरियंटल यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रवीण ठकराल ने कहा कि इस समिट में देश-विदेश के राजनयिक और बड़े उद्योगपति आ रहे हैं, जो प्रदेश में निवेश और विकास के नए अवसर लेकर आएंगे। यह निवेश न केवल औद्योगिक क्षेत्र में वृद्धि करेगा, बल्कि स्किल डेवलपमेंट और रोजगार के नए द्वार भी खोलेगा। भोपाल को एक एडमिनिस्ट्रेटिव सिटी के रूप में जाना जाता है, लेकिन इस समिट के माध्यम से यह एक बड़े औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर सकता है, जिसका लाभ पूरे मध्यप्रदेश को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित रीजनल कॉन्क्लेव ने प्रदेशभर में ग्रोथ की एक नई लहर शुरू कर दी है। भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं, जो इस समिट के माध्यम से और सशक्त होंगी। सरकार की नई औद्योगिक नीतियां सराहनीय हैं, लेकिन मैं मानता हूं कि नीतियों को अंतिम रूप देने से पहले संबंधित सेक्टर के अनुभवी विशेषज्ञों से सलाह ली जानी चाहिए।
इससे ये नीतियां और अधिक प्रभावी और व्यावहारिक बनेंगी। मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए यह एक स्वर्णिम अवसर है। अब सरकार के साथ-साथ उद्योग जगत को भी इस पहल का पूरा लाभ उठाना चाहिए, ताकि प्रदेश समग्र आर्थिक और औद्योगिक विकास की ओर तेजी से आगे बढ़ सके।
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