Home अजब गजब कोरोना काल में छूटी नौकरी, दोस्त की सलाह पर शुरू किया ये...

कोरोना काल में छूटी नौकरी, दोस्त की सलाह पर शुरू किया ये धंधा, अब हर माह एक लाख से अधिक है कमाई

13
0

[ad_1]

Agency:News18 Bihar

Last Updated:

Fish Farming: औरंगाबाद जिला स्थित राजगढ़ी गांव निवासी देवराज चौधरी एक बीघा में फैले दो तालाब में मछली पालन करते हैं. कोराना काल में नौकरी छूट जाने के बाद खेती शुरू किया. वहीं दोस्त की सलाह पर मछली पालन शरू किया…और पढ़ें

X

मछली

मछली पालन

हाइलाइट्स

  • देवराज चौधरी मछली पालन से हर माह एक लाख से अधिक कमाते हैं.
  • कोविड के दौरान नौकरी छूटने पर मछली पालन शुरू किया.
  • रोहू, कतला, ब्लॉक्स, कॉमन कट मछली का पालन करते हैं.

औरंगाबाद. मछली पालन हमेशा से मुनाफे का सौदा साबित होता आ रहा है. सही तकनीक और देख-रेख से तगड़ी कमाई कर सकते हैं. मछली पालन का काम कर आप दोगुना मुनाफा तक कमा सकते हैं. औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के राजगढ़ी गांव निवासी देवराज चौधरी का यही मानना है. कोराना काल के दौरान नौकरी छिन गई तो मछली पालन को ही कमाई का जरिया बना लिया. देवराज अब मछली पालन से हर माह एक लाख से अधिक की कमाई कर रहे हैं और लोगों को इसके लिए प्रेरित भी कर रहे हैं.

दोस्त की सलाह पर शुरू किया मछली पालन

मत्स्य पालन करने वाले किसान देवराज चौधरी ने बताया कि शुरुआत में दिल्ली के नोएडा में कपड़ा की फैक्ट्री में काम करते थे. कोविड के दौरान लॉकडाउन लगा तो सभी फैक्ट्रियां बंद हो गई. इस दौरान हाथ से नौकरी चली गई और बेरोजगार हो गए. ऐसे में दिल्ली से औरंगाबाद पैदल ही चलकर पहुंचे. यहां आने के बाद खेती का काम शुरू किया. इस दौरान एक दोस्त ने मछली पालन का सुझाव दिया. इसके बाद जिला मत्स्य कार्यालय से संपर्क किया और पटना में 7 दिवसीय प्रशिक्षण लिया.

एक बीघा में खुदवाया है तालाब

बता दें कि देवराज चौधरी रोहू, कतला, ब्लॉक्स, कॉमन कट मछली का पालन कर रहे हैं. जिसमें 50% से अधिक का मुनाफा होता है. बता दें कि इन मछलियों की बाज़ार में कीमत 150-200 रुपए प्रति किलो तक है. देवराज ने बताया कि 1 बीघा में 2 तालाब खुदवाया है, जिसमें मछली का पालन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 4 हजार बच्चे को दोनों पोखर में डाला है. जिससे रोजाना लगभग 20 से 30 किलो मछली निकल रहा है.

हर माह एक लाख से अधिक है कमाई

किसान ने बताया कि मछली के बीज की प्रति पीस कीमत 7 रुपए है. वहीं इसकी शुरुआत करने में 3 लाख रुपए का खर्च किया था. बता दें कि 40 से 50 दिनों में ये मछलियां तैयार हो जाती है. इससे हर माह एक लाख से अधिक की कमाई हो रही है. देवराज चौधरी इन मछलियों को औरंगाबाद जिला सहित झारखंड के हरिहरगंज और डाल्टनगंज तक सप्लाई करते हैं.

homebusiness

दोस्त की सलाह पर शुरू किया ये धंधा, अब सालाना लाखों में है कमाई

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here