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बैतूल में एक रिटायर्ड कोल कर्मी के साथ 5 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। एक निजी बैंक के कथित कर्मचारी ने बुजुर्ग से फिक्स्ड डिपॉजिट के नाम पर रकम ले ली। जब वे बैंक पहुंचे तो पता चला कोई रकम जमा ही नहीं है।
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पीड़ित पंचम रामलाल ने बताया कि उन्होंने बेटी की शादी के लिए यह रकम जमा की थी। कथित बैंक कर्मचारी ने उन्हें एफडी के कागजात भी दिए थे। जब तीन महीने बाद होने वाली बेटी की शादी की तैयारियों के लिए वह बैंक पहुंचे, तो पता चला कि उनके नाम से कोई रकम जमा ही नहीं है।
पीड़ित ने बैंक मैनेजर अंकित चौबे से लिखित शिकायत की, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। एक महीने से मामले की जांच चल रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
थाना प्रभारी अरविंद कुमरे ने कहा कि बैंकिंग फ्रॉड की शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

ऐसे हुआ फ्रॉड
पंचम पिछले साल 2023 में कोयला कंपनी से रिटायर हुए थे, जिसके बाद उन्हें करीब 30 लाख रुपए की रकम मिली थी। इस दौरान एक बैंक कर्मचारी से उनकी मुलाकात हुई। उन्होंने अपने सारणी एसबीआई ब्रांच से यह 30 लाख की रकम बैतूल के एचडीएफसी बैंक में नया खाता खोलकर जमा करवाई। इसी दौरान कथित कर्मचारी ने उनसे एक ब्लैंक चेक लिया। इस के कुछ दिन बाद उन्हें एक बैंकिंग मैसेज मिला, जिसमें उनके खाते से चेक के जरिए 5 लाख का विद्ड्रोल हो गया।
उन्होंने जब इस बारे में कथित कर्मचारी से बात की तो उसने बताया कि पांच लाख की रकम उसने फिक्स डिपोजिट करवा दी है, जिसके डिपोजिट स्लिप भी उसने उन्हें लाकर दे दी। यह रकम 15 माह में मेच्योर होना था। जब मैच्योरिटी पर बुजुर्ग बैंक पहुंचे तो पता चला रकम जमा है ही नहीं। इससे आशंका है कि रकम बैंक में जमा न कर फर्जी स्लिप पकड़ा दी गई।
इस मामले में बैंक मैनेजर से पक्ष जानने कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
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