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पुलिस ने देर रात आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जबलपुर में जिला प्रशासन की सील की गई दुकान से एक शख्स ने खिड़की से जब्त किए गए दस्तावेज निकाले और फिर उन्हें गायब कर दिया। जब कलेक्टर ने इस पर सख्ती दिखाई, तो पुलिस ने तेजी से उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
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युवक का नाम जुबेर मलिक मंसूरी है, जो अपनी ऑनलाइन शॉप पर फर्जी दाखिला-खारिज बनाकर उन्हें एक निर्धारित राशि में बेचता था। इन फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल जाति प्रमाण पत्र बनाने में किया जाता था।
जिला प्रशासन ने छापेमारी के दौरान मंसूरी की दुकान से कई दस्तावेज बरामद किए थे, जिन्हें बाद में गायब कर दिया गया। बेलबाग थाना पुलिस ने गुरुवार की रात को दबिश देते हुए आरोपी को उसके घर से उस समय गिरफ्तार किया, जब वह जबलपुर से भागने की फिराक में था। आज आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

कार्रवाई के दौरान मौके पर मिले कर्मचारी से पूछताछ करते हुए अधिकारी।
कलेक्टर को मिली थी शिकायत
दरअसल जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना को शिकायत मिली थी कि घमापुर के पास स्थित एक ऑनलाइन शाॅप पर शासकीय कामों में इस्तेमाल होने वाले दस्तावेज बनाए जा रहे है। यह गोरखधंधा सालों से चल रहा है, जिस पर कभी भी पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की है।
जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने आधारताल और रांझी एसडीएम को पुलिस के साथ मौके पर जाकर जांच के बाद कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 6 फरवरी की शाम को दो एसडीएम की टीम ने संयुक्त रूप से जब दुकान में दबिश दी, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। एसडीएम को कई स्कूलों की सील और दाखिला खारिज की कापी मिली, इतना ही नहीं जाति और मूल निवासी प्रमाण पत्र बनाने से संबंधित सील भी मिली।

कलेक्टर ने बताया कि शिकायत के बाद दो एसडीएम को भेजा था मौके पर, कई दस्तावेज मिले थे।
दो घंटे चली कार्रवाई-दुकान सील
आधारताल एसडीएम पंकज मिश्रा और रांझी एसडीएम रघुवीर सिंह मरावी की टीम ने संयुक्त रूप से दो घंटे तक जांच की।
जांच के दौरान पता चला कि निजी स्कूलों की सील का उपयोग करके फर्जी दाखिला-खारिज बनाया जाता था, जो बाद में जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन में उपयोग होता था। प्रशासन की टीम ने जांच के बाद दस्तावेजों को दुकान में ही रखकर दुकान को सील कर दिया।
मालिक गायब, कर्मचारी मिला था
6 फरवरी को जब जिला प्रशासन की टीम ने घमापुर स्थित दुकान पर छापा मारा, तो दुकान का मालिक जुबेर मलिक मंसूरी गायब था, जबकि एक कर्मचारी मौके पर मौजूद मिला, जो फर्जी दाखिला-खारिज तैयार कर रहा था।
जांच में यह भी पाया गया कि वहां एक अघोषित फर्जी सरकारी कार्यालय चलाया जा रहा था, जहां आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज बनाए जा रहे थे।

पंचनामा कार्रवाई के बाद दुकान कर दी गई सील।
दुकान मालिक ने दस्तावेज कर दिए गायब
6 फरवरी को जांच के बाद दुकान को सील कर दिया गया था, लेकिन 9 फरवरी को जुबेर मंसूरी ने खिड़की से दुकान में घुसकर सभी फर्जी दस्तावेज गायब कर दिए, जिनके आधार पर प्रशासन कार्रवाई कर रहा था।
कलेक्टर के निर्देश पर जुबेर मंसूरी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें गायब करने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई।
बेलबाग थाना पुलिस ने गुरुवार की रात को आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी के घर से कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। पूछताछ के दौरान आरोपी ने कबूल किया कि वह फर्जी दाखिला-खारिज बनाता था और उन्हें ऊंचे दामों में बेचता था।

दुकान में फर्जी दस्तावेज मिलने के बाद उसे सील कर दिया गया,जिसे दुकान संचालक ने गायब कर दिया।
कलेक्टर बोले- फर्जी दाखिला-खारिज बना रहा था
जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने कहा, दो एसडीएम की टीम ने छापेमारी के दौरान कई फर्जी दस्तावेज जब्त किए थे। लेकिन दुकान के मालिक ने प्रशासन द्वारा सील की गई दुकान में खिड़की के सहारे घुसकर दस्तावेजों को गायब कर दिया, जो गंभीर अपराध है। जुबेर मंसूरी जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए फर्जी दाखिला-खारिज बना रहा था।

गुरुवार को बेलबाग थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया ।
आरोपी आज होगा कोर्ट में पेश
ऑनलाइन शाॅप के मालिक जुबेर मंसूरी को बेलबाग थाना पुलिस ने गुरुवार की रात को गिरफ्तार किया है। आरोपी के घर से दुकान से निकाले गए कुछ दस्तावेज भी मिले है।
बेलबाग थाना प्रभारी प्रवीण सिंह का कहना है कि एसडीएम की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। आरोपी की तलाश की जा रही थी, इस दौरान जानकारी मिली की जुबेर अपने घर आया हुआ है और फिर से कहीं भागने की फिराक में है, जिसके बाद उसे रात को ही गिरफ्तार किया है।
आरोपी के खिलाफ शासकीय दस्तावेजों को फर्जी तरीके से बनाने और शासकीय काम में बाधा डालने के मामले के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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