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श्योपुर में गसवानी थाना प्रभारी जीनेश पाल जादौन पर एक ढाबा मालिक से मारपीट और मासिक वसूली आरोप लगा है। पीड़ित राजकुमार जाटव ने एसपी वीरेंद्र जैन से शिकायत की है कि 10 फरवरी की रात करीब 10-11 बजे थाना प्रभारी ने उनके ढाबे पर आकर 20 हजार मासिक वसूली की
.
जब पीड़ित ने वसूली देने से मना किया, तो थाना प्रभारी ने न सिर्फ ढाबा बंद करने की धमकी दी, बल्कि पिस्टल के बट से उनके सिर पर वार कर दिया। इस हमले में पीड़ित की नाक और सिर में गंभीर चोटें आईं। इतना ही नहीं, थाना प्रभारी ने ढाबे में काम करने वाले कर्मचारियों के पांच मोबाइल भी छीन लिए और वहां मौजूद महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया।
वीडियो आया सामने
घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें फरारा ढाबे से चीख-पुकार और मारपीट की आवाजें सुनाई दे रही हैं। पीड़ित का आरोप है कि उसे थाने ले जाकर झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी गई।
थाना प्रभारी बोले- सभी आरोप झूठे
दूसरी तरफ, थाना प्रभारी जीनेश पाल जादौन का कहना है कि वे टुंडा यादव की शिकायत पर जांच के लिए गए थे। उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वापसी के समय उनकी गाड़ी के आगे जानबूझकर गाड़ी लगा दी गई और मामले को क्रॉस करने के लिए उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं।
एसपी ने एसडीओपी को सौंपी जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी वीरेंद्र जैन ने एसडीओपी विजयपुर को जांच सौंपी है और 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
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