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लोकायुक्त की टीम मंगलवार को सौरभ, चेतन और शरद को दो गाड़ियों में कोर्ट लेकर पहुंची थी।
आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों को ईडी रिमांड पर लेगी। ईडी के आवेदन के बाद कोर्ट ने जेल पुलिस को तीनों ही आरोपियों सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल को न्यायालय ने कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं। मंगलवार को सुनवाई के बाद
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परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों चेतन सिंह गौर तथा शरद जायसवाल के खिलाफ विशेष न्यायाधीश ईडी संतोष कुमार कोल ने ईडी ने याचिका लगाकर प्रोटेक्शन वारंट मांगा है। ईडी के अधिकारियों ने सोमवार को अदालत में याचिका पेश कर कहा कि आरोपी केंद्रीय जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं। पूछताछ करने के लिए प्रोटेक्शन वारंट जारी कर केंद्रीय जेल के अधीक्षक को निर्देश दिए जाएं कि वह आरोपियों को अदालत में पेश करें।
इसके बाद ईडी याचिका पर कोर्ट ने प्रोटेक्शन वारंट जारी कर केंद्रीय जेल के अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि वह आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश करें। कल सुबह जेल पुलिस द्वारा तीनों ही आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद ईडी के वकील की जिरह के आधार पर अदालत आरोपियों को ईडी को रिमांड पर देने का आदेश जारी कर सकती है।

लोकायुक्त टीम ने 19 दिसंबर को सौरभ शर्मा के घर-दफ्तर पर छापा मारा था। यहां से चांदी की सिल्लियां भी मिली थीं।
तीन दिन तक लगातार पूछताछ के बाद लगाया आवेदन 4 फरवरी को सौरभ शर्मा, शरद जायसवाल और चेतन सिंह गौर को लोकायुक्त पुलिस संबंधी मामलों की अदालत में न्यायाधीश आरपी मिश्रा के कोर्ट में पेश किया गया था। इसके बाद कोर्ट ने तीनों को 17 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए थे।
तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद ईडी ने 5 फरवरी, 6 फरवरी और 7 फरवरी तक लगातार तीन दिनों तक सौरभ, चेतन और शरद से अलग-अलग और आमने-सामने बिठाकर जेल पुलिस की मौजूदगी में पूछताछ की थी। अभी भी कई सवाल अनसुलझे हैं जिसके जवाब ईडी को नहीं मिल पाए हैं। इसलिए ईडी ने अदालत से आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांड पर देने का आवेदन लगाया है।

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सौरभ शर्मा की नई पहचान कैदी नंबर 5882

5 और 7 फरवरी को सौरभ से जेल में मिलने मां उमा शर्मा पहुंची थीं।
आरटीओ के पूर्व करोड़पति कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा, उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल भोपाल की जेल में सामान्य कैदियों की तरह पूरे अनुशासन में रह रहे हैं। सौरभ को जेल में विचाराधीन बंदी नंबर 5882, शरद को 5881 और चेतन को 5880 रूप में पहचाना जाता है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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