[ad_1]

16 साल पुराने टैक्स चोरी के मामले में आयकर विभाग ने सिंघल बंधुओं को 15 दिन का समय दिया है। इसमें उन्हें 140 करोड़ से अधिक की टैक्स डिमांड के भुगतान की रुपरेखा बतानी होगी। चूंकि, राशि करोड़ों में हैं, ऐसे में संभवत: किश्तों में राशि के भुगतान का प्रस्ता
.
टैक्स चोरी से जुड़ा यह मामला 2007-08 का है। तत्कालीन आयकर विभाग की टीम ने शहरभर में सोसायटियों पर कार्रवाई की थी। इसी क्रम में हिंदुस्तान साख सहकारी समिति और गालव साख सोसायटी पर भी कार्रवाई की गई। इन सोसायटियों के संचालन का काम रविंद्र और प्रशांत सिंघल सहित अन्य लोग देख रहे थे।
इन सोसायटियों में करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई थी। बाद में विभाग ने एसेसमेंट के बाद राशि जमा करने के लिए कहा , जिसके खिलाफ सिंघल बंधुओं ने अपील की। सारी कार्रवाई के उपरांत विभाग की ओर से लगभग 140 करोड़ की टैक्स डिमांड निकाली गई। जिसका अभी तक भुगतान नहीं किया गया। बुधवार को आयकर विभाग की टीम जयेंद्रगंज स्थित परिवार से जुड़े प्रतिष्ठानों पर पहुंची। यहां टीम ने परिवार के व्यापार से जुड़ी सारी जानकारी एकत्रित की। अब टैक्स डिमांड की भरपाई के संबंध में अपना पक्ष रखने के लिए सिंघल बंधुओं को 15 दिन का समय दिया गया है।
[ad_2]
Source link

