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For the first time, Congress will organize a training camp for tribal leadership | पहली बार ट्राइबल लीडरशिप के लिए ट्रेनिंग कैंप लगाएगी कांग्रेस: 120 आदिवासी युवा हुए सिलेक्ट, 19 से 25 फरवरी तक मोहनखेड़ा में प्रशिक्षण – Bhopal News

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लगातार चुनावों में हार के बाद कांग्रेस अब अपने कोर वोटर्स को वापस जोड़ने की कोशिश में जुट गई है। पहली बार एमपी में कांग्रेस आदिवासी युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए आवासीय ट्रेनिंग कैंप लगाएगी। धार जिले के मोहनखेड़ा में 19 फरवरी से 25 फरवरी तक यह प्रशि

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इंटरव्यू के जरिए 120 आदिवासी युवा हुए चयनित

आदिवासी वर्ग के युवाओं को पार्टी से जोड़ने और चुनावी रणनीति के हिसाब से तैयार करने के लिए कांग्रेस आदिवासी लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू कर रही है। इस प्रोग्राम के जरिए जुड़ने वाले मप्र के 88 आदिवासी ब्लॉक से आदिवासी युवा भोपाल पहुंचे। इनका एआईसीसी और एमपी कांग्रेस के ट्राइबल डिपार्टमेंट के पदाधिकारियों ने इंटरव्यू लिया। इंटरव्यू के जरिए 120 आदिवासी युवा चयनित हुए। अब इनका सात दिनों का प्रशिक्षण मोहनखेड़ा में 19 फरवरी से शुरू होगा।

कांग्रेस आदिवासी विभाग की बैठक को संबोधित करते पीसीसी चीफ जीतू पटवारी।

कांग्रेस आदिवासी विभाग की बैठक को संबोधित करते पीसीसी चीफ जीतू पटवारी।

पटवारी बोले-आदिवासी वर्ग के पदों पर नहीं हो रही भर्ती प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सभागार में आयोजित आदिवासी कांग्रेस विभाग द्वारा आदिवासी लीडरशिप डेवलपमेंट प्रशिक्षण शिविर और साक्षात्कार के लिए आयोजित बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सभी जिलों से आये आदिवासी वर्ग के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि आदिवासी इस देश का मालिक है, जल-जंगल और जमीन पर सबसे पहला अधिकार आदिवासी वर्ग का है। आदिवासी वर्ग के खाली पडे़ डेढ़ लाख से अधिक बैकलॉग के पदों पर भर्ती नहीं हुई है।

शनिवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के आवास पर आदिवासी विकास परिषद की बैठक हुई। इस बैठक में परिषद के जिला अध्यक्ष और प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए।

शनिवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के आवास पर आदिवासी विकास परिषद की बैठक हुई। इस बैठक में परिषद के जिला अध्यक्ष और प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए।

आदिवासियों को किया जा रहा जमीनों से बेदखल आदिवासियों की जमीन मप्र सरकार के नुमाइंदों और अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है। आदिवासी वर्ग को कभी बांध के नाम पर कभी सेंचुरी के नाम पर जमीनों से बेदखल किया जा रहा है। दलितों और आदिवासियों पर भाजपा के राज में अत्याचार की घटनाएं चरम पर हैं।

आदिवासी वर्ग की महिलाओं को गायब किया जा रहा है जो सरकार द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों से स्पष्ट है। आदिवासी वर्ग के बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं, आदिवासी वर्ग के छात्रावास जर्जर अवस्था में हैं, ग्रामीण अंचलों में सरकारी स्कूलों में शिक्षा और शिक्षकों का अभाव हैं।

पटवारी ने कहा कि आदिवासी वर्ग इस अत्याचारी सरकार के खिलाफ यदि एकजुट होकर संघर्ष करेगा तो हम उनके इस अत्याचार को समाप्त करने में कामयाब जरूर होंगे। संविधान को बचाने के लिए हम सभी को मिलकर संघर्ष करना होगा तभी इस देश में संविधान की रक्षा और उसका सम्मान होगा और आदिवासियों को सम्मान भी बना रहेगा।

आदिवासी अधिकारों पर होगी ट्रेनिंग

मप्र आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम ने कहा जिसमें आदिवासियों के जल-जंगल-जमीन, संवैधानिक हित और अधिकारों की रक्षा एवं उनके साथ होने वाले शोषण के खिलाफ सत्तारूढ़ दल भाजपा की नाकामियों एवं खोखले वादों, झूठा पेसा एक्ट के मुद्दों पर गंभीरता से परिचर्चा की जाएगी।

नेतृत्व मजबूत करने की दिशा में सार्थक

अभा कांग्रेस द्वारा नियुक्त प्रशिक्षण प्रभारी राहुल बल ने आदिवासी कांग्रेस के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह शिविर आपके नेतृत्व को और अधिक मजबूत करने की दिशा में सार्थक होगा।

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