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बाड़े से बाहर निकलकर खुले जंगल में पहुंचे चीता शावकों को तीन दिन हो गए हैं। तीन दिन और तीन रात से वह जंगल में मस्त घूम फिर रहे हैं। हालांकि उन्होंने अभी कोई शिकार नहीं किया है, लेकिन उन्हें जंगल में पहली बार जब सियार दिखाई दिया, तो वह उसके पीछे पड़े
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अंतत: लकड़बग्घा ने अपना रास्ता बदल लिया, तो यह भी वहां से आगे की ओर बढ़ गए और मौज मस्ती करने लगे। बता दें कि कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में 5 फरवरी को आशा और उसके तीन शावक तथा मादा चीता धीरा को छोड़ा गया है। मादा चीता धीरा अलग क्षेत्र में घूम रही है, जबकि यह तीनों अलग क्षेत्र में हैं। बाहर निकलने के बाद से इन्होंने तीन दिन में करीब 5 किमी का एरिया माप लिया है, जिसमें यह भारतीय चीता शावक मस्ती करते हुए घूम रहे हैं।
पांच टीमें रख रहीं 7 चीतों पर नजर: कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में अभी 7 चीते घूम रहे हैं। जिनकी मॉनिटरिंग के लिए एक साथ 5 टीमें चल रही हैं। एक टीम अग्नि, एक वायु तो एक धीरा के साथ है। जबकि एक आशा और एक तीनों शावकों के साथ अलग से है।
तीनों साथ, इसीलिए इनकी शक्ति तीन गुना
कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन की माने तो यह तीनों शावक एक साथ रहते हैं, एक साथ अटैक करते हैं। इसीलिए इनकी शक्ति तीन गुना है। जिसके चलते वह बड़े जानवरों से भी नहीं डरते हैं। खुले जंगल में वह बिना डरे खूब मौज मस्ती कर रहे हैं। पार्क अधिकारियों की माने तो खुले जंगल में चीते बाड़े से ज्यादा मस्ती कर रहे हैं।
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