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5th Generation Fighter Jet: चीन ने आतंकियों के आका पाकिस्तान को पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट मुहैया कराने की बात कही है. उसके बाद से भारत भी 5th जेनरेशन लड़ाकू विमान की तलाश में था. अब इसको लेकर बड़ी खुशखबरी साम…और पढ़ें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस और अमेरिका दौरे से पहले रूस ने भारत को 5th जेनरेशन सुखोई Su-57E फाइटर जेट उपलब्ध कराने के साथ ही ज्वाइंट प्रोजेक्ट पर काम करने का ऑफर दिया है. (फोटो: पीटीआई)
हाइलाइट्स
- रूस ने भारत को 5th जेनरेशन का फाइटर जेट देने का प्रस्ताव दिया है
- पांचवीं पीढ़ी के SU-57E प्रोजेक्ट कें भारत के साथ सहयोग का भी ऑफर
- पीएम मोदी के फ्रांस-अमेरिका दौरे से पहले देश के लिए बड़ी खुशखबरी
नई दिल्ली/मॉस्को. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस और अमेरिका दौरे से ठीक पहले बड़ी खुशखबरी सामने आई है. परम मित्र रूस ने भारत को पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान न केवल मुहैया कराने की बात कही है, बल्कि साथ मिलकर उसका उत्पादन करने का भी प्रस्ताव रखा है. इससे भारत की सामरिक क्षमता में कई गुना वृद्धि होने की संभावना है. पड़ोसी देश चीन 5th जेनरेशन का फाइटर जेट बना रहा है. साथ ही पाकिस्तान को इसे मुहैया कराने की भी बात कह चुका है. ऐसे में भारत की चिंताएं बढ़ गई थीं. अब रूस ने भारत के साथ मिलकर पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान बनाने का प्रस्ताव रखा है. मॉस्को ने शुरुआत में सुखोई SU-57E विमान मुहैया कराने की बात कही है.
डिफेंस इक्विपमेंट बनाने वाली रूसी कंपनी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट ने सुखोई SU-57E बेचने के साथ ही ज्वाइंट प्रोजेक्ट के तहत इसे भारत में ही बनाने का भी प्रस्ताव रखा है. रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के माहनिदेशक अलेक्जेंडर मिखीव ने कहा, ‘रोसोबोरोनएक्सपोर्ट SU-57E फाइटर जेट प्रोजेक्ट में पूरी तरह से सहयोग देने का प्रस्ताव देती है. हम रूस की तरफ से रेडिमेड एयरक्राफ्ट सप्लाई करने का भी प्रस्ताव देते हैं. साथ ही भारत में इसके उत्पादन में सहयोग करने के लिए भी तैयार हैं. रोसोबोरोनएक्सपोर्ट पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट के उत्पादन और उसके विकास में सहयोग करने को भी तैयार है.’ बता दें कि 5th जेनरेशन का फाइटर जेट स्टील्थ होता है. इसका मतलब यह हुआ कि इस कैटेगरी के लड़ाकू विमान रडार की पकड़ से बाहर होते हैं. उन्हें रडार भी कैच नहीं कर सकते हैं.
अमेरिका-फ्रांस दौरे से पहले गुड न्यूज
प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी इसी महीने फ्रांस और अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं. बता दें कि भारत अमेरिका से भी 5th जेनरेशन का फाइटर जेट मुहैया कराने की मांग कर चुका है, लेकिन यह मामला अटका हुआ है. दूसरी तरफ, फ्रांस ने राफेल फाइटर जेट मुहैया कराया है, लेकिन पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान अभी तक नहीं मिल सका है. पीएम मोदी के फ्रांस दौरे के दौरान रक्षा सौदों पर सहमति बनने की संभावना है. पीएम मोदी 10 और 11 फरवरी को फ्रांस में रहेंगे. इस दौरान राफेल-एम लड़ाकू विमान और स्कॉर्पीन कैटेगरी की पनडुब्बी की खरीद में तेजी आने की संभावना है. उससे पहले रूस ने भारत को पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट मुहैया कराने का प्रस्ताव दे दिय है, ऐसे में रक्षा खरीद पर इसका सकारात्मक असर पड़ सकता है.
चीन को जवाब
पड़ोसी देश 5th जेनरेशन का फाइटर जेट पहले ही बना चुका है. चीन ने दो श्रेणी में पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट बनाए हैं. चेंगदू जे-20 और शेनयांग जे-35 कैटेगरी के विमान आधुनिक माने जाते हैं. चिंता वाली बात यह है कि चीन ने पाकिस्तान को पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान देने की बात कही है. ऐसे में भारत का टेंशन बढ़ना स्वाभाविक है. अब रूस के ऐलान के बाद भारत के एयर पावर को नया फायर मिलने की संभावना है. बता दें कि इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में अल्ट्रा मॉडर्न राफेल फाइटर जेट पहले ही शामिल हो चुका है.
New Delhi,Delhi
February 06, 2025, 22:56 IST
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