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ट्रैफिक जागरुकता माह औपचारिकता में गुजर गया। इस दौरान न सड़क से अतिक्रमण हटा और न रॉन्ग साइड वाहन चालक रुक सके। इस जागरुकता के माह में जिले में 140 छोटी-बड़ी दुर्घटनाओं 21 मौतें हुई। शहर में ट्रैफिक सुधार के लिए जागरुकता के दौरान इंदौर की तरह प्रशास
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केवल ट्रैफिक पुलिस ने हेलमेट न लगाने वालों पर चालानी कार्रवाई की संख्या बढ़ाकर 2180 तक कर ली। इसके अलावा दो दिन इंदरगंज चौराहा से जयेंद्रगंज पर कार्रवाई हुई। वहीं दो दिन बारादरी चौराहा पर ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई हुई। इस माह के दौरान ही ट्रैफिक पुलिस ने पूरे जिले थाना स्तर पर सर्वे कर ट्रैफिक सुधार के लिए सड़क पर चौराहों पर 94 प्वॉइंट सुधार के काम के लिए दिए।
इनमें कंपू एसएएफ ग्राउंड पर काम हुआ, लेकिन शेष पर फिलहाल पत्रचार चल रहा है। कलेक्टर-एसपी ने माह के अंतिम दिनों में ट्रैफिक सुधार के लिए दाल बाजार के व्यापारियों के साथ एक बैठक की, लेकिन वह भी औपचारिकता रही। इसका कारण न बैठक में कोई नतीजा निकला और न ही बाद में कोई असर दिखा।
- जागरूकता माह में 140 सड़क दुर्घटनाएं हुई, 21 लोगों की मौत
- 94 स्थानों पर सुधारना था ट्रैफिक, सिर्फ 1 पर हुआ काम
पहले नहीं हुई संयुक्त बैठक, ट्रैफिक पुलिस को कार्रवाई बढ़ाने के निर्देश

शहर में ट्रैफिक जागरुकता माह शुरू होने से पहले प्रशासनिक स्तर पर कोई संयुक्त बैठक नहीं हुई। जबकि इंदौर में संयुक्त कार्रवाई चली।
जल्द बैठक बुलाएंगे शहर ट्रैफिक सुधार के लिए जल्द ही सभी विभागों की बैठक कर कार्रवाई का प्लान तैयार करेंगे। -अरविंद सक्सेना, आईजी ग्वालियर रेंज
सिग्नल की टाइमिंग सही नहीं, अतिक्रमण हटाए नहीं शहर में ट्रैफिक सुधार संयुक्त कार्रवाई के बिना संभव नहीं हैं। ट्रैफिक जागरूकता माह में केवल दिखावे की कार्रवाई व जागरुकता की जाती है। शहर के ट्रैफिक सिग्नलों पर टाइम मैनेजमेंट भी ठीक न होने से एक दिशा की सड़क पर लंबी लाइन लगी रहती है। सड़कों से अतिक्रमण हटाने के लिए माह में दो बार भी कार्रवाई हो जाए तो बहुत है। –अरविंद छापरिया, सेवानिवृत जिला न्यायाधीश
चालान से ज्यादा सड़कों से अतिक्रमण हटवाना होगा शहर में ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए अधिकारियों को संयुक्त रूप से प्लानिंग करना चाहिए। अब शहर के साथ सिटी सेंटर, कलेक्ट्रेट रोड पर भी अतिक्रमण ट्रैफिक के लिए समस्या बन गया है। जब सड़कों से अतिक्रमण हटाने व चौराहों व तिराहों पर लेफ्ट टर्न की व्यवस्थित प्रक्रिया की प्लानिंग होगी तभी ट्रैफिक शहर का ट्रैफिक रफ्तार पकड़ेगा। -संजय चतुर्वेदी, सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश
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