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छतरपुर के बगौता गांव स्थित शंकरगढ़ (चमरुआ) पुरवा में रह रहे 250 परिवारों के सिर से छत छिनने का खतरा मंडरा रहा है। इन परिवारों को सूचना मिली है कि उनके मकान शासकीय भूमि पर बने हैं और जल्द ही उन्हें गिराया जा सकता है।
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मंगलवार को 24 से अधिक महिलाओं सहित प्रभावित परिवारों ने कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचकर अपनी व्यथा सुनाई। रहवासी घनश्याम अहिरवार ने बताया कि ये परिवार पिछले 100 वर्षों से इस भूमि पर रह रहे हैं और खेती-किसानी करके अपना जीवन यापन कर रहे थे। हाल ही में शासन ने इन परिवारों को कृषि भूमि से बेदखल कर दिया है।
प्रभावित परिवारों ने कलेक्टर से मांग की है कि सरकार की स्वामित्व योजना के तहत सर्वे करवाकर उन्हें मकानों का मालिकाना हक प्रदान किया जाए। उन्होंने बताया कि एक शताब्दी से अधिक समय से वहां रह रहे परिवारों को अब अपने घर खोने का डर सता रहा है। पहले खेती की जमीन से बेदखली और अब घर गिराए जाने की आशंका ने सब की चिंता बढ़ा दी है।
पटवारी करेंगे जांच
वहीं मामले में एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि कुछ लोगों की खेती की जमीन यूनिवर्सिटी को दी गई है, जिसकी जांच पटवारी से करवाई जाएगी।
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