“_id”:”679b28a4f30f13771e0aa01d”,”slug”:”operation-started-after-22-hours-on-up-border-on-rewa-prayagraj-2025-01-30″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Rewa-Prayagraj Traffic: यूपी बॉर्डर पर 22 घंटे के बाद शुरू हुआ परिचालन, CM मोहन यादव ने की कमिश्नर से बात”,”category”:”title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”
खुल गया रास्ता – फोटो : अमर उजाला
विस्तार
माघ मेले और तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने रीवा-प्रयागराज सीमा को अस्थायी रूप से सील कर दिया था। 22 घंटे तक बंद रही सीमा को अब धीरे-धीरे खोला जा रहा है और गाड़ियों को नियंत्रित तरीके से आगे बढ़ने की अनुमति दी जा रही है।
Trending Videos
प्राप्त जानकारी के अनुसार, माघ मेले में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ और प्रयागराज की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारों के कारण रीवा-प्रयागराज बॉर्डर पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया था। स्थिति बिगड़ने से पहले प्रशासन ने एहतियातन सीमा को सील करने का निर्णय लिया, जिससे हजारों लोग फंसे रह गए।
बॉर्डर पर फंसे यात्रियों ने खाने-पीने और ठहरने की असुविधाओं की शिकायत की। कई श्रद्धालु वाहन न चलने के कारण पैदल ही आगे बढ़ते नजर आए। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की ओर से लोगों को संयम बनाए रखने की अपील की गई।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
रीवा कमिश्नर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आवश्यक व्यवस्थाएं सुधारने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए बेहतर प्रबंधन किया जाए, ताकि किसी को असुविधा न हो।
#WATCH | Kobe, Japan | In view of the stampede that took place in Prayagraj, Madhya Pradesh CM Mohan Yadav spoke to the Chief Secretary and Commissioner of Rewa Division and gave them instructions to make proper and appropriate arrangements on the border of Madhya Pradesh and UP,… pic.twitter.com/7Fjz1Squvd
प्रशासन ने अब धीरे-धीरे वाहनों को आगे बढ़ाने की अनुमति देनी शुरू कर दी है। हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अब भी यातायात नियंत्रित किया जा रहा है। स्थानीय पुलिस और यातायात विभाग पूरी तरह सतर्क है, ताकि स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य किया जा सके। साथ ही श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
आसपास के ग्रामीणों ने की मदद
वहीं श्रद्धालुओं की मदद के लिए आसपास के गांव के लोग आगे आए और ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए पानी तथा खाने का भी इंतजाम किया था। इसके अलावा लोगों को सुरक्षित स्थान देने के लिए अस्थाई टेंट भी बनाकर आसपास के गांव और प्रशासन की टीम के सहयोग से यह किया।