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सानंद के 25 वें दिवाळी प्रभात कार्यक्रम ने सैकड़ों श्रोताओं की दिवाली सुरमयी बना दी। इस वर्ष माइल स्टोन भारतीय संगीतकार श्रीनिवास खळे के अजरामर संगीत पर आधारित ‘तो राजहंस एक’ कार्यक्रम की युवा कलाकारों ने अविस्मरणीय प्रस्तुति दी। सानंद का यह बहु प्रत
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कार्यक्रम का सुंदर सूत्र संचालन किया सानंद मित्र कु. चैत्राली तेलंग एवं अर्पित बापट ने। अतिथियों एवं कलाकारों का स्वागत किया जयंत भिसे, संजीव वावीकर एवं डॉ. अनंत जिंसीवाले ने। आभार प्रदर्शन किया जयंत भिसे ने।

इन गीतों ने श्रोताओं को आह्लादित किया
बगळ्यांची..
नीज माझ्या ..
जेंव्हा तुझ्या..
पाण्यातले पहाता
लळा जिव्हाळा
एका तळ्यात
जपून चाल
गोरी गोरी पान
शुक्रतारा
राजस सुकुमार, पंढरीचा वास
बाजे रे
जय जय महाराष्ट्र
या चिमण्यांनो
गेले ते दिन गेले
उगवला चंद्र
जादू अशी घडे ही
धरीला वृथा छंद
संगत कलाकार थे..
निषाद करलगीकर, अनिल करंजावकर, तुषार देवल, संदिप मेस्त्री, सत्यजीत प्रभू, प्रथमेश लाड, महेश खानोलकर, सुसंवादिनी डॉ. समीरा गुजर-जोशी। सभी संगत कलाकारों को भरपूर दाद मिली।
प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी आकर्षक वेषभूषा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। 10 विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार दिए गए।

आकर्षक वेशभूषा प्रतियोगिता के विजेता…
पुरुष वर्ग में
प्रथम राजीव देशपांडे, द्वितीय सतीश संत, तृतीय डाॅ. उल्हास महाजन
महिला वर्ग में
प्रथम नेहल वाघमारे, द्वितीय राधिका संत, तृतीय नंदिता वारियर




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