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इंदौर की रेसीडेंसी कोठी का नाम सआदत खान के नाम करने की मांग की गई है।
इंदौर की रेसीडेंसी कोठी का नाम बदलने को लेकर विवाद में नया मोड़ आया है। 1857 के विद्रोह के शहीद सआदत खान के वंशजों ने मांग की है कि ऐतिहासिक बिल्डिंग का नाम उनके नाम पर रखा जाए।
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सआदत खान के वंशज रिजवान खान का कहा
हम छत्रपति शिवाजी महाराज और देवी अहिल्या बाई का पूरा सम्मान करते हैं, लेकिन जब भी रेसीडेंसी कोठी के बारे में कोई बात करता है तो सआदत खान की शहादत का भी जिक्र होता है। इसलिए हम चाहते हैं कि इमारत का नाम सआदत खान के नाम पर रखा जाए। हमारा परिवार और अन्य क्रांतिकारियों के वंशज वर्षों से नाम बदलने की मांग कर रहे हैं।

बता दें, स्थानीय क्रांतिकारियों का नेतृत्व करते हुए सआदत खान ने रेसीडेंसी कोठी पर हमला किया था। बाद में अंग्रेजों ने उन्हें ऐतिहासिक इमारत में फांसी पर चढ़ा दिया था। वहां उनका स्मारक भी बना है।
दरअसल, 18 अक्टूबर को महापौर परिषद ने फैसला लिया है कि रेसीडेंसी कोठी का नाम बदलकर शिवाजी कोठी रखा जाएगा। उसके बाद संस्था ‘पुण्य श्लोका’ ने मांग उठाई कि इसका नाम देवी अहिल्या बाई के नाम पर रखा जाए। संगठन के सदस्यों ने 21 अक्टूबर को इस भवन के मुख्य द्वार के बाहर देवी अहिल्या बाई कोठी का बैनर भी लगाया था।
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