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बसों की चेकिंग करते यातायात थाना प्रभारी।
दीपावली के इस त्योहार पर नागरिकों के अधिक संख्या में यात्रा करने को देखते हुए उनकी सुरक्षा की दृष्टि से ट्रैफिक पुलिस की एक टीम द्वारा गुना आरोन रोड पर चैकिंग लगाकर लोकल बसों की जांच की गई। हैरत की बात यह है कि इस दौरान की गयी जांच में सभी 15 बसों मे
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पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिंहा के दिशा निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मानसिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में सड़क सुरक्षा व बेहतर ट्रेफिक इंतजाम के लिए यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर निरंतर कार्यवाहियां की जा रहीं हैं। इसी क्रम में यातायात प्रभारी निरीक्षक अजयप्रताप सिंह कुशवाह द्वारा गुना-आरोन रोड़ पर एक्सीडेंटल ब्लैक स्पॉट पॉइंट सेमरी घाटी पर वाहन चैंकिंग लगाई गई।
चैंकिंग के दौरान लगभग 15 बसों को चैक किया गया। इनमें एक भी बस में आग बुझाने के लिए फायर एक्सीटिंग्यूशर नहीं थे यात्रियों के प्राथमिक उपचार के लिए मेडिकल किट ठीक हालत में नहीं पाए गए। साथ ही बसों के अंदर इमरजेंसी विंडो चेक किया, तो किसी बस में विंडो के आगे अनधिकृत रूप से सीटें लगी हुई मिलीं। किसी बस में इमरजेंसी विंडो को नट-बोल्ट से कसा हुआ या बेल्डिंग द्वारा फिक्स किया हुआ पाया गया। ड्राइवर और कंडक्टर भी निर्धारित यूनिफॉर्म में नहीं मिले।
बता दें कि करीब 10 महीने पूर्व ही इसी स्पॉट पर खतरनाक बस दुर्घटना हुई थी। बस में सवार तेरह यात्रियों की जलकर दर्दनाक मृत्यु हो गई थी, जिसका दर्द आज भी गुना जिले का हर नागरिक महसूस कर रहा है। इसके बाद भी बस संचालकों द्वारा बसों में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर लापरवाहियां बरतीं जा रहीं हैं। इस दौरान चैक की गई सभी बसों के यातायात नियमों का उल्लंघन करते पाये जाने पर उनके विरूद्ध मोटरयान अधिनियम के तहत विभिन्न धाराओं में कुल 36 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। साथ ही उन्हें सख्त लहजों में चेतावनी दी गई कि समस्त बस संचालक यात्रियों की सुरक्षा के लिए जो आधारभूत बेसिक रूल्स हैं, उनका कड़ाई से पालन करेंगे। यदि दोबारा चेकिंग करने पर बसों में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर नियमों का उल्लंघन मिलता है, तो बसों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही के लिए प्रकरण तैयार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किये जायेंगे।
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