[ad_1]
रात में खेतों में घुसकर फसलों को कुचल रहे हाथी
बाघों के लिए प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगली हाथियों की बढ़ती मूवमेंट के चलते किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। टाइगर रिजर्व के जंगलों के साथ-साथ आसपास के गांवों और खेतों में भी जंगली हाथियों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जिस
.
*हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने में जुटा बीटीआर दल
इस समस्या को देखते हुए टाइगर रिजर्व प्रबंधन लगातार हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने के प्रयास में जुटा हुआ है। जंगली हाथियों की मूवमेंट मानपुर बफर से लेकर ताला एरिया सहित पूरे टाइगर रिजर्व में देखी जा रही है। अलग-अलग झुंड में मौजूद हाथी विभिन्न क्षेत्रों में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मानपुर बफर क्षेत्र में फसलों को पहुंचा नुकसान
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर बफर परिक्षेत्र में हाथियों की गतिविधि उर्दना, सेजवही, कुठिया और मझखेता क्षेत्रों में अधिक है। हाथियों का झुंड अक्सर रात के समय खेतों में प्रवेश कर फसलों को कुचल देता है, जिससे किसान मुश्किल में हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वर्तमान में लगभग 60 से अधिक जंगली हाथियों के झुंड विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
जैसे ही हाथियों के आने की सूचना मिलती है, ग्रामीण और टाइगर रिजर्व के अधिकारी हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने के लिए एकजुट हो जाते हैं। हालांकि, इस दौरान भी हाथी किसानों की फसलों को काफी हद तक नुकसान पहुंचा देते हैं।
प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच चल रही लगातार बैठकें
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारी लगातार ग्रामीणों के साथ बैठकें कर रहे हैं और उन्हें हाथियों से सुरक्षित रहने के सुझाव दे रहे हैं। साथ ही, ग्रामीणों को हाथियों की उपस्थिति की तुरंत जानकारी देने की सलाह दी जा रही है। मानपुर बफर परिक्षेत्र के अधिकारी मुकेश अहिरवार ने बताया कि हाथियों की गतिविधि की सूचना मिलते ही उन्हें जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास किया जाता है। साथ ही, फसलों के नुकसान का मुआवजा देने की प्रक्रिया भी राजस्व विभाग की ओर से पूरी की जाती है।

किसानों को हो रही परेशानियां, फसलें हो रही बर्बाद
[ad_2]
Source link



