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बुरहानपुर जिले की खकनार तहसील के गांवों में शुक्रवार रात अचानक आंधी, बारिश और ओले गिरने से करोड़ों रुपए की केला फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। शनिवार सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे तो फसल औंधी पड़ी मिली।
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नुकसान के बाद अधिकारियों ने जमीन का सर्वे किया था। प्रारंभिक सर्वे में यह जानकारी सामने आई कि खकनार क्षेत्र के करीब 16 गांवों में केला फसल को नुकसान पहुंचा है। इससे 350 किसान प्रभावित हुए हैं। कितने हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान हुआ यह सर्वे पूरा होने पर पता चलेगा। नुकसान होने के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत ही सर्वे शुरू करा दिया था। रविवार को भी सर्वे टीम खेतों में पहुंची।
गौरतलब है कि, खकनार तहसील के ग्राम खकनार, निमंदड़, मोहनगढ़, सावली, शेखापुर, खड़की, रगई, मांजरोद खुर्द, टेंभी, कानापुर सहित इस बेल्ट से सटे करीब 16 गांवों में केला फसल आड़ी हो गई। यहां सर्वे का दौर जारी है।
एसडीएम, जिपं अध्यक्ष और विधायक ने किया निरीक्षण
रविवार को प्रभावित खेतों का निरीक्षण करने नेपानगर विधायक मंजू दादू, एसडीएम भागीरथ वाखला, जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाराम मार्को सहित अन्य अफसर और जनप्रतिनिधि पहुंचे। एक दिन पहले भी विधायक मंजू दादू कुछ किसानों के खेतों में पहुंची थी।
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र भेजकर जल्द सर्वे कराने और मुआवजा वितरण की मांग की थी। हालांकि प्रशासन ने तुरंत ही सर्वे शुरू करा दिया था। वहीं रविवार को आरआई, पटवारियों की टीम प्रभावित किसानों के खेतों में पहुंची और सर्वे किया।

प्रभावित खेतों का सर्वे करते अधिकारी।
केला फसल पर नहीं मिलता बीमा का लाभ
किसानों ने बताया कि जिले में प्राकृतिक आपदा से हर साल तीन, चार बार केला फसल को ही नुकसान पहुंचता है। कभी हवा, आंधी, बारिश से नुकसान होता है, तो कभी सीएमवी वायरस के कारण किसान नुकसान उठाते हैं। एक साल में तीन बार केला फसल को नुकसान पहुंच चुका है। जिले में तीन बार हुई नुकसानी पर करीब 65 करोड़ का मुआवजा भी बंट चुका है। अब फिर एक बार खकनार क्षेत्र के गांवों में नुकसान हुआ है।
किसानों ने बताया कि केला फसल पर बीमा प्रीमियम का लाभ किसानों को नहीं मिलता। अगर नुकसानी होती है तो राजस्व विभाग के आरबीसी नियम 6-4 के तहत मुआवजा मिलता है, जो पर्याप्त नहीं होता। किसानों का कहना है कि अगर बीमा हो तो पूरा लाभ मिले।
तहसीलदार बोले-16 गांवों के 350 किसान प्रभावित
खकनार तहसीलदार प्रवीण ओहरिया ने बताया कि खकनार बेल्ट में केले की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसको लेकर शनिवार से ही सर्वे शुरू करा दिया गया था। रविवार को भी आरआई, पटवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि 16 गांवों के करीब 350 किसानों की केला फसल खराब हुई है। अभी सर्वे में तीन चार दिन और लगेंगे। सर्वे के बाद मुआवजे का वितरण होगा।
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