[ad_1]
जबलपुर के एक बड़े स्कूल ब्रिटिश फोर्ट फाउंडेशन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के खिलाफ एमपी स्टूडेंट यूनियन ने संगीन आरोप लगाते हुए पुलिस-प्रशासन को लिखित में शिकायत देते हुए बताया है कि छात्रों के टॉयलेट रूम में में स्कूल प्रबंधन के द्वारा सीसीटीवी कैमरे लग
.
एमपी स्टूडेंट यूनियन के तमाम आरोप को ब्रिटिश फोर्ट फाउंडेशन ने सिरे से नकार दिया है। स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है जो वीडियो पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को दिखाया जा रहा है, वह कई सालों से बंद है, इतना ही नहीं बाथरुम के गेट के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है, जो कि सिर्फ आने-जाने वालों को कवर करता है। जो दूसरे कैमरे लगे हुए वह बाथरूम के अंदर के एरिया को कवर नहीं करता है। एमपी स्टूडेंट यूनियन की शिकायत पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने जांच करवाने की बात कही है।

एमपी स्टूडेंट यूनियन ने पुलिस-प्रशासन को एक वीडियो देकर कार्रवाई की मांग की है।
मंगलवार को एमपी स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ छात्र-छात्राएं मदन महल थाने पहुंचे जहां उन्होंने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को स्कूल में लगे सीसीटीवी के वीडियो दिखाए। छह सेकंड के वीडियो में यूरेनल के पास लगा एक कैमरा दिखाया गया है। आरोप है कि इस कैमरे से छात्रों के बाथरूम में नजर रखी जाती है, जो कि शर्मसार करने वाला है। छात्र संघ का आरोप है कि स्कूल संचालक एवं प्रबंधन के इस कृत्य से कभी भी छात्रों के साथ किसी भी तरह की अनहोनी हो सकती है। एमपी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष अभिषेक पांडे ने मदन महल थाना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को वीडियो देकर मांग की है कि मानवता को शर्मसार करने के मामले में जांच कर स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

मदन महल थाना पुलिस को लिखित में शिकायत देते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।
अभिषेक पांडे का कहना है कि ब्रिटिश स्कूल के टॉयलेट में जिस तरह से कैमरे लगाए गए है, यह बेशर्मी की हद और स्कूल प्रबंधन की मानसिकता को दिखाता है। उन्होंने बताया कि वीडियो के साथ लिखित में शिकायत दी गई है, पर जिस तरह से पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बात कर रहे हैं, उससे लगता है कि स्कूल संचालक अनुराग सोनी के दबाव में है। अभिषेक पांडे ने कहा कि यह प्रशासन की जवाबदेही की है कि जब वीडियो सामने आया है तो तत्काल औचक निरीक्षण करते हुए मौके पर जाए और कानूनी कार्रवाई स्कूल संचालक और प्रबंधन पर की जाए। उनका कहना है कि अगर देर की गई तो हो सकता है कि स्कूल प्रबंधन सबूत को नष्ट कर दे। छात्रों की शिकायत पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जांच करवाने की बात कही है।

ब्रिटिश स्कूल के प्रिसींपल का कहना है कि जो भी आरोप लगाए गए है वो गलत है।
एमपी स्टूडेंट यूनियन के तमाम आरोप को स्कूल प्रबंधन ने गलत बताया है। ब्रिटिश फोर्ट फाउंडेशन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि मदन महल थाने में जो भी शिकायत दी गई है वह गलत है। सबसे पहले तो 6 सेकंड का जो वीडियो टीआई और प्रशासनिक अधिकारियों को दिया गया है वह मदन महल का नहीं बल्कि देवरी स्थित ब्रिटिश फोर्ट स्कूल का है। और जो कैमरा वीडियो में दिखाया जा रहा है वह सालों से बंद है, और उसका कनेक्शन भी कट हुआ है। स्कूल की प्रिंसिपल सिंपल जैन ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर 10 अगस्त को 15 अधिकारियों की टीम जिसमें तहसीलदार सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे, उन्होंने निरीक्षण किया था, और जांच रिपोर्ट भी तैयार की थी। अगर हम गलत होते, या फिर बाथरूम में कैमरा लगा होता तो अधिकारी हमें क्यों क्लीन चिट देते। स्कूल की प्रिंसिपल सिंपल जैन का कहना है कि कुछ दिन पहले अभिषेक पांडे ने स्कूल में आकर हंगामा किया था, जिसकी पुलिस से शिकायत की गई थी, उसी के तहत साजिश के चलते यह सब हो रहा है।
एमपी स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ता और छात्रों ने मंगलवार को मदन महल थाने का घेराव किया और लिखित में शिकायत दर्ज करवाई। मदन महल थाना प्रभारी प्रवीण सिंह धुर्वे का कहना है कि ब्रिटिश फोर्ट स्कूल के खिलाफ दी गई शिकायत की जांच करवाई जाएगी, इसके साथ ही स्कूल संचालक और प्रिंसिपल के भी बयान लेकर पूछताछ की जाएगी कि छात्रों के आरोप में कितनी सच्चाई है।
[ad_2]
Source link



