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विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर जिले के फार्मासिस्टों ने आज (बुधवार) सीएमएचओ को आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं, के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें फार्मासिस्टों के ग्रेड-पे उन्नयन की मांग पर कार्रवाई की अपील की गई है।
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ज्ञापन के माध्यम से फार्मासिस्टों ने बताया कि स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन मध्य प्रदेश की मांग पर, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा गठित समिति ने फार्मासिस्टों के लिए 2800 ग्रेड-पे का अनुमोदन किया था। 26 जुलाई 2022 को एक पत्र के माध्यम से इस निर्णय को प्रदेश अध्यक्ष, स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन को सूचित किया गया था। इस पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि फार्मासिस्टों की ग्रेड-पे उन्नयन की मांग पर कार्रवाई पूरी हो चुकी है और वित्तीय भार का आकलन कर अनुमोदन भी मिल चुका है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि यह मामला विधानसभा आश्वासन से भी संबंधित है, लेकिन दो साल बीत जाने के बावजूद अब तक फार्मासिस्टों को पुनरीक्षित ग्रेड-पे के अनुसार वेतनमान का लाभ नहीं मिल पाया है। फार्मासिस्टों ने सीएमएचओ से आग्रह किया है कि संचालनालय द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार फार्मासिस्टों को जल्द से जल्द उनका अधिकार दिलाने हेतु त्वरित कार्रवाई की जाए।
इस ज्ञापन के समय फार्मासिस्ट छमेंद्र भूमरकर, विवेक नागले, प्रकाश धुर्वे, सुभाष ओमकार, कल्पेश साहू, महेश मालवी समेत अन्य फार्मासिस्ट मौजूद रहे। इस दौरान सीएमएचओ रविकांत उइके ने फार्मासिस्टों की समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए उनके ज्ञापन को स्वास्थ्य आयुक्त तक पहुंचाने का आश्वासन दिया और ग्रेड-पे उन्नयन के लिए हर संभव मदद का वादा किया। फार्मासिस्टों का कहना है कि यदि जल्द ही ग्रेड-पे उन्नयन पर कोई निर्णय नहीं लिया गया, तो उन्हें आगे उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होना पड़ सकता है।
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