[ad_1]
कॉलेज का नाम बदल दो। इसे भाजपा का कार्यालय बना दिया है। पढ़ाई की जगह पार्टी विशेष का सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। प्राचार्य स्वयं मंच साझा कर रहे हैं, ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई होना चाहिए। कुछ इस तरह के आरोप जिपं सदस्य शंकर सिंह चौहान, मुकामसिंह
.
आज सोमवार करीब एक घंटे तक कांग्रेस नेताओं और एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने पीजी कॉलेज के मुख्य गेट पर प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने कॉलेज में प्रवेश करने की कोशिश भी की, पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर विद्यार्थियों की पढ़ाई का हवाला देकर नेताओं को गेट पर ही रोक दिया।
दरअसल चार दिन पहले पीजी कॉलेज में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। इसके कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, फोटो में भाजपा नेता भी नजर आ रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने कॉलेज में भाजपा का सदस्यता अभियान चलाए जाने के आरोप लगाए हैं।

एनएसयुआई के जिला अध्यक्ष कृष्णा पंवार और उपाध्यक्ष विकास पंवार ने कहा कि धार जिला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हैं, ग्रामीण क्षेत्रों से माता-पिता अपने बच्चों को कॉलेज में शिक्षा देने के लिए भेजते हैं, पर यहां पर पढाई नहीं हो रही। भाजपा के नेता शिक्षा के मंदिर को अपना कार्यालय समझाकर क्लास रूम में जाकर बच्चों को जबरन सदस्यता दिला रहे हैं। मोबाइल से ओटीपी भी लिया जा रहा हैं। भाजपा के नेता क्लास रूम तक पहुंच रहे हैं।
प्राचार्य पर हो कार्रवाई
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कॉलेज प्राचार्य से चर्चा करने की भी कोशिश की, पर पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बैरिकेड के पास ही सभी रोक दिया। नेताओं ने कहा कि भाजपा सदस्यता अभियान चला रही, दो दिन पहले बाइक कंपनी वाले ग्राउंड में विद्यार्थियों को स्टंट सिखा रहे थे। प्राचार्य इनको रोक नहीं पा रहे हैं, ऐसे में प्राचार्य को हटा दिया जाना चाहिए।
ऐसे में लंबी समझाइश के बाद कांग्रेस नेताओं ने एसडीएम रोशनी पाटीदार को कलेक्टर के नाम का एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी। एसडीएम पाटीदार ने कांग्रेस का प्रदर्शन समाप्त करवाया व आश्वासन दिया कि उनका ज्ञापन लिखित में एक सप्ताह में कलेक्टर को प्रेषित किया जाएगा। एनएसयूआई ने एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

[ad_2]
Source link



