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मऊगंज में पुलिस पर युवक की चोटी उखाड़ने और जनेऊ तोड़ने के आरोप लगे हैं। इस मामले में बुधवार को ब्राह्मण समाज ने सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा है।
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ब्राह्मण समाज के पंकज पांडे ने कहा कि शाहपुर पुलिस ने नरेंद्र मिश्रा की चोटी काटकर उसके साथ बर्बरता की गई थी। इसकी निष्पक्ष जांच हो। पुलिस वाले और अन्य जो नाम आ रहे हैं। जैसे सोनू कबड्डी, राहुल सिंह इनके ऊपर भी कार्रवाई हो। आज हम सभी एसपी ऑफिस में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है। इस पर यदि तत्काल कार्रवाई नहीं होती है, तो हम आने वाले समय में बाजार बंद करेंगे और कलेक्टर ऑफिस में आकर 101 ब्राह्मण अपना मुंडन कराएंगे।
साथ ही अपनी-अपनी शिखा का भी दान करेंगे। प्रशासन हम लोगों की शिखा की रक्षा नहीं कर पा रहा है। हम लोग आने वाले समय में जो भी उग्र प्रदर्शन करना होगा। हम लगातार करेंगे।
पंकज पांडे के नेतृत्व में अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंज बिहारी सहित सैकड़ों ब्राह्मण समाज के लोग इस दौरान मौजूद रहे।

मऊगंज कलेक्ट्रेट पहुंचे ब्राह्मण समाज के लोग।
दरअसल, मऊगंज में शाहपुर के पहाड़ी गांव में रविवार को सड़क हादसे में एक शख्स की मौत हो गई थी। घटना के बाद नाराज परिजन ने हत्या का आरोप लगाकर शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था। पुलिस ने इस मामले में करीब 40 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। इसमें पीड़ित युवक नरेंद्र मिश्रा भी शामिल था।
पीड़ित युवक का आरोप है, ‘रविवार रात 11 बजे पुलिसवाले मुझे उठाकर थाने ले गए। वहां मुझे पट्टे से मारा-पीटा। चोटी उखाड़ी। जनेऊ भी तोड़ दिया।’
कॉन्स्टेबल निलंबित, टीआई लाइन अटैच
घटना से नाराज ग्रामीणों और ब्राह्मण समाज के लोगों ने सोमवार को एसपी ऑफिस पर प्रदर्शन किया था। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर बर्बरता का आरोप लगाते दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी। कार्रवाई न होने पर 14 अक्टूबर से आमरण अनशन की चेतावनी भी दी थी।
एसपी रचना ठाकुर ने मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अनुराग कुमार पांडे को सौंपी थी। इसके अलावा कॉन्स्टेबल विवेकानंद यादव को सोमवार रात को ही निलंबित कर दिया था। मंगलवार को शाहपुर टीआई बीसी विश्वास को लाइन अटैच कर दिया गया। थाने का प्रभार एएसआई अजय पांडे को दिया गया है।
एसपी ने पुलिस पर लगे आरोपों को गलत बताया
मऊगंज पुलिस पर युवक की चोटी उखाड़ने और जनेऊ तोड़ने के आरोपों को एसपी ने गलत बताया है। एसपी रचना ठाकुर ने दावा किया है कि मामले की जांच के दौरान थाने के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गए। इनमें साफ दिखाई दे रहा है कि शिकायतकर्ता की चोटी थाने में नहीं उखाड़ी गई थी।
एसपी ठाकुर ने मंगलवार को कहा- मामले की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है। सीसीटीवी फुटेज में शाहपुर पुलिस पर लगे आरोप निराधार निकले हैं। कैमरे में दिख रहा है कि पुलिस जब युवक को लेकर अदालत के लिए निकली, तब भी उसके सिर पर चोटी थी। वहीं, मेडिकल रिपोर्ट में युवक को लगी चोट भी गिरफ्तारी के 24 घंटे पहले की निकली है।
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