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दतिया में राजगढ़ (किले) की बाहरी दीवार (बाउंड्रीवाल) ढहने से 9 लोग दब गए। मोहल्लेवालों ने इनमें से 2 को बाहर निकाल लिया। वहीं, रेस्क्यू टीम ने 2 शव निकाल लिए हैं। मलबे में तीन बच्चे समेत 5 लोगों को निकालने का काम चल रहा है।
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पड़ोसी राहुल रजक ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 3 बजे बहुत तेज आवाज आई। मोहल्लेवाले बाहर निकले। देखा तो एक परिवार मलबे में दबा हुआ था। वे लोग बचाने की गुहार लगा रहे थे। दो लोगों को हमने तत्काल बाहर निकला और हॉस्पिटल भेजा। डॉयल-100 को लगाया तो एक पुलिसकर्मी पहुंचा और लोगों को निकालने में मदद करने लगा। कुछ देर बाद कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा समेत पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
हमने मलबे में दबे और लोगों को निकालने की बहुत कोशिश की, लेकिन बड़े-बड़े पत्थर होने से हम उन्हें हटा नहीं पा रहे थे। मलबे की चपेट में दो घर आए हैं। दोनों परिवार आपस में रिश्तेदार हैं। मलबे में तीन बच्चे समेत 9 लोग दबे थे, जिनमें से दो नजर आ रहे थे, जिन्हें हमने बचा लिया था।
मिली जानकारी अनुसार लगातार 30 घंटे से हो रही बारिश के चलते राजगढ़ के पीछे रर (बाउंड्रीवाॅल) ढह गई। मलबे में राजगढ़ के पीछे खल्का पुरा कर्नाटक की खिड़की के अंदर रहने वाले निरंजन बंशकार और उसकी बहन का परिवार दब गया। सूचना पर एसडीईआरफ टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। सूचना के बाद दतिया कलेक्टर संदीप मकीन और एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा मौके पर मौजूद हैं।

ये मलबे में दबे
निरंजन बंशकर (55) राधा पिता निरंजन किशन पिता पन्ना लाल प्रभा पत्नी किशन बंशकार ममता पत्नी निरंजन
इनके शव निकाले
सूरज पिता निरंजन (19) शिवम पिता निरंजन (22)
अस्पताल में भर्ती
मुन्ना अकास पिता मुन्ना वंशकार
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