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दमोह जिले में गुरुवार सुबह से बारिश का दौर जारी है। लगातार पानी की आवक से सुनार नदी उफान पर आ गई है। कई निचली बस्तियों में पानी भर गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से नावघाट स्थित गणेश प्रतिमा खुद ही विसर्जित हो गई। लोगों ने सुबह पूजन किया, इसके बाद प्रतिम
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लोगों ने बताया कि पिछले चार साल से वे गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं। बुधवार को नदी का जल स्तर बढ़ा और नावघाट तक पहुंच गया और गणेश प्रतिमा का चबूतरा डूब गया। हमें अंदेशा हो गया था कि गणेश प्रतिमा को अब विसर्जित होने से नहीं बचा सकता। प्रतिमा की स्थापना की जा चुकी है, इसलिए उसे हटाकर दूसरे स्थान पर भी नहीं रखा जा सकता था, इसलिए समिति के लोगों ने सुबह विधि-विधान से पूजन किया।
गुरुवार सुबह करीब 11:30 बजे नदी तेज उफान पर आई, जिसमें प्रतिमा खुद ही विसर्जित हो गई। लोगों ने इस नजारे को देखकर उत्साह मनाया। उन्होंने कहा- पहली बार ऐसा देखने मिला, जब भगवान गणेश की प्रतिमा बिना विसर्जित किए ही विसर्जित हो गई।


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