[ad_1]
सतना शहर के उतैली में रहने वाले एक युवक की आत्महत्या के बाद बवाल मच गया। पुलिस पर प्रताड़ना के आरोप लगाते हुए परिजन थाना पहुंच गए और शव को वहीं सड़क पर रख कर उन्होंने चकाजाम कर दिया। घंटों चला प्रदर्शन तब खत्म हुआ जब पुलिस ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिल
.
जानकारी के मुताबिक, शहर के कोलगवां थाना अंतर्गत उतैली में रहने वाले अभिषेक पटेल नामक युवक ने सोमवार को अपने घर के एक कमरे में फांसी के फंदे पर झूल कर आत्महत्या कर ली। मृतक के खिलाफ थाना में 6 मुकदमे दर्ज हैं और वह अभी हाल ही में जेल से छूटकर आया था। मंगलवार को पोस्टमॉर्टम के बाद जब अभिषेक का शव परिजनों के सुपुर्द किया गया तो वे उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के बजाय सीधे कोलगवां थाना ले आए और थाना के सामने ही शव को रख कर सड़क पर बैठ गए। बड़ी संख्या में महिला – पुरुषों ने सतना – रीवा मार्ग पर चकाजाम कर वाहनों की आवाजाही रोक दी,नतीजतन दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। वे अभिषेक की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए पुलिस कर्मियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाने लगे। सूचना मिलने पर सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान, टीआई कोतवाली शंखधर द्विवेदी ,टीआई सिविल लाइन योगेंद्र सिंह भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे जबकि टीआई कोलगवां सुदीप सोनी पहले से ही वहां मौजूद थे। टीआई ट्रैफिक सुनीता पटेल को भी बुलाया गया जिन्होंने रास्ते डायवर्ट करा कर वाहनों की वैकल्पिक आवाजाही शुरू कराई।
सीएसपी ने मृतक के नाराज परिजनों से बातचीत शुरू की तो मृतक की बहन चंचल पटेल ने अभिषेक की मौत के लिए कोलगवां थाना के पुलिस कर्मियों पर मृतक के साथ मारपीट करने,उसे प्रताड़ित करने और रिहाई के लिए रुपए लेने का आरोप लगाया। उसने सीएसपी को बताया कि रविवार को पुलिस अभिषेक को थाना ले आई थी। यहां उसके साथ मारपीट की गई। मुकेश सिंह नामक पुलिस कर्मी ने रिहाई के लिए 20 हजार रुपए मांगे। चंचल ने बताया कि रुपए देने वह खुद आई थी। इस घटना के बाद अभिषेक गुमसुम सा हो गया था।





[ad_2]
Source link



