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Das Lakshana festival begins with devotion and forgiveness | क्षमा धर्म के साथ दसलक्षण पर्व प्रारम्भ: चौक धर्मशाला भोपाल में आर्यिका दृढ़मति के सानिध्य में अभिषेक, शांतिधारा और विधान सम्पन्न – Bhopal News

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दिगंबर जैन समाज के प्रमुख पर्व पर्युषण की शुरुआत आज से हो गई है। इस पर्व के पहले दिन को उत्तम क्षमा दिवस के रूप में मनाया गया और धर्म के दस लक्षणों की शुरुआत भक्ति भाव से की गई।पंचायत कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज जैन और मंत्री मनोज आर एम ने बताया कि

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दिगंबर जैन समाज के प्रमुख पर्व पर्युषण का मुख्य कार्यक्रम चौक धर्मशाला में हुआ आयोजित।

दिगंबर जैन समाज के प्रमुख पर्व पर्युषण का मुख्य कार्यक्रम चौक धर्मशाला में हुआ आयोजित।

मुख्य कार्यक्रम चौक धर्मशाला में आयोजित किया गया, जहाँ वंदनीय आर्यिका 105 श्री दृढ़ मति माताजी के सानिध्य में अभिषेक, शांतिधारा, पूजन और विधान संगीतमय रूप से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर समाज की नन्ही बालिकाओं द्वारा तत्वार्थ सूत्र के 10 अध्याय का शुद्ध वाचन किया गया। तत्वार्थ सूत्र, जो हजारों वर्ष पूर्व आचार्य उमा स्वामी द्वारा रचित है, जैन समाज का प्रमुख सूत्र है। बालिकाओं ने एक जैसे परिधान, मुकुट और हार पहनकर संस्कृत के सूत्र का वाचन किया, जो एक अद्वितीय अनुभव था।

समाज की नन्ही बालिकाओं द्वारा तत्वार्थ सूत्र के 10 अध्याय का शुद्ध वाचन किया गया।

समाज की नन्ही बालिकाओं द्वारा तत्वार्थ सूत्र के 10 अध्याय का शुद्ध वाचन किया गया।

आर्यिका श्री ने अपने प्रवचन में कहा कि क्षमा धर्म के साथ दशलक्षण धर्म का प्रारंभ होता है। उन्होंने बताया कि क्षमा मन से प्रगट होती है और किसी दबाव या लालच में नहीं होती। उन्होंने अपने संबोधन में को क्षमा धर्म के महत्व को समझाया और कहा कि जब तक मन में क्षमा भाव प्रगट नहीं होता, तब तक धर्म का प्रारंभ नहीं होता।

कार्यक्रम में सैकड़ों श्रावक और श्राविकाएं मौजूद रहे।

कार्यक्रम में सैकड़ों श्रावक और श्राविकाएं मौजूद रहे।

कार्यक्रम में सैकड़ों श्रावक और श्राविकाएं उपस्थित थे। जिनमें मनोज जैन, पंकज सुपारी, मनोज आर एम, दिलीप मिंग, अरविंद जैन रोडवेज और ऋषभ कोतवाली सहित कई अन्य लोग शामिल थे। ब्रह्मचारिणी दीदी अनिता और ललिता द्वारा भक्ति भाव से पूजन कराया गया।

आर्यिका श्री ने अपने प्रवचन में कहा कि क्षमा धर्म के साथ दशलक्षण धर्म का प्रारंभ होता है।

आर्यिका श्री ने अपने प्रवचन में कहा कि क्षमा धर्म के साथ दशलक्षण धर्म का प्रारंभ होता है।

ट्रस्ट ने दस दिनों के लिए बाहर से आने वाले विद्यार्थियों और कामकाजी लोगों के लिए सात्विक शुद्ध भोजन की व्यवस्था की है। एमपी नगर, झिरनो मंदिर, जवाहर चौक और संत भवन चौक में शुद्ध भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा, झिरनो मंदिर पर आचार्य विद्यासागर पायस पूर्णा भोजनशाला का शुभारंभ किया गया है, जहाँ मात्र 50 रुपए की राशि में शुद्ध भोजन उपलब्ध होगा।

पहले दिन को उत्तम क्षमा दिवस के रूप में मनाया गया और धर्म के दस लक्षणों की शुरुआत भक्ति भाव से की गई।

पहले दिन को उत्तम क्षमा दिवस के रूप में मनाया गया और धर्म के दस लक्षणों की शुरुआत भक्ति भाव से की गई।

मंत्री मनोज आरएम ने बताया कि चौक धर्मशाला में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिसमें प्रमुख रुप से रविवार को धार्मिक तंबोला का आयोजन भी किया गया है, जिसमें चांदी के बर्तन पुरस्कार के रूप में दिए जाएंगे।

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