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रामदेव जी बाबा छुआछूत और भेदभाव मिटाने वाले देवता माने जाते हैं, जिनकी पूजा राजस्थान, मध्यप्रदेश , गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली व भारत के अनेक प्रांत में की जाती है। इंदौर के श्रमिक क्षेत्र के भांबी सूत्रकार समाज के समाजजन द्वारा पंचम की फैल, गोटू महार
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समाज के अध्यक्ष अशोक खोवाल ने बताया कि क्षेत्रीय पंचायत पंचम की फैल स्थित बाबा रामदेव मंदिर परिसर में इस अवसर पर शिक्षक दिवस भी मनाया गया। इसके अन्तर्गत समाज की महिलाओं द्वारा भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं महामानव डाॅ. बाबा साहेब अम्बेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। समाज के वरिष्ठ रुस्तम ए मध्यप्रदेश बुद्धा सिंह पहलवान, मोहनलाल पालीवाल ने शिक्षक राजेश रोजड़े, गोपाल पालीवाल का शाल, श्रीफल व प्रतीक चिन्ह से सम्मान किया। इस मौके पर वरिष्ठजन का स्वागत-सत्कार भी किया गया। क्षेत्रीय पंचायत के अध्यक्ष सतीश राजोरिया ने बताया कि बाबा के जन्मोत्सव पर महाआरती व लड्डू प्रसादी का भोग लगाकर प्रसादी घर-घर बांटी गई।

सचिव हेमन्त खोवाल ने कहा कि बाबा की समाधि दिवस दसमीं पर मंगल खोवाल, नंदकिशोर टाटिया, रामेश्वर बरी के नेतृत्व में भव्य भजन संध्या का आयोजन क्षेत्रीय स्तर पर प्रति वर्ष किया जाता है। पुजारी रामभरोसे सोनी ने अवगत कराया कि बाबा रामदेव ने कामड़िया पंथ का आरंभ किया था, जिसमें उच्च जातियों एवं अछूत कही जानी वाली जातियों के सदस्य सम्मिलित हुए थे। शुभम सांडेल ने बताया कि बाबा रामदेव एक ऐसे देव हैं, जिनके पगल्ये ( पैरों के निशान) पूजे जाते हैं। राजस्थान का प्रसिद्ध लोकनृत्य ‘ तेरहताली ‘ बाबा की स्तुति में किया जाता है। कार्यक्रम का संचालन नवीन पालीवाल ने किया। आयोजन में चेतन बरी, मदनलाल रोजड़े, मुकेश बारूपाल, अशोक ढैबाणे, हीरालाल कुरवाडे , कुरनाल सिंगले, विक्की रोजड़े, चिराग खोवाल , विनय रोजड़े एवं समाज की महिलाओं व विद्यार्थियों की सार्थक भूमिका रही।


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