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बड़वानी जिले में इस साल अब तक बेहतर बारिश दर्ज हुई है। सावन माह से जारी वर्षा का दौर भादो में सतत बना हुआ है। लगातार हो रही बरसात से खेतों में जल जमाव और अत्यधिक नमी-गीलापन होने से खरीफ सीजन की फसलों पर इसका विपरित असर भी पड़ने लगा है।
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कपास, मक्का, सोयाबीन जैसी फसलें पीली पड़ने, कीट लगने जैसी समस्या से किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। इस वर्ष जिले में औसत कोटे के विरूद्ध अब तक 96.74 प्रतिशत वर्षा दर्ज की जा चुकी है।
भारतीय किसान संघ के कमलसिंह तोमर ने कहा कि सतत वर्षा से फसलों की स्थिति बिगड़ने लगी है। उन्होंने 10 एकड़ में कपास लगाया था। जिसके झेंडे नष्ट हो रहे हैं। मक्का की फसल पीली पड़ रही है। सोयाबीन फसल पर अफलन की स्थिति देखने को मिल रही है।
हालांकि फसलों पर बीमारियां व कीट का प्रकोप नहीं है, लेकिन अधिक वर्षा सीधे तौर पर प्रकृति प्रकोप है। किसानों ने कहा कि फसलों के उत्पादन पर इसका असर पड़ेगा। आगामी दिनों में धूप खिलने लगेगी, तो फसलों में कुछ सुधार की उम्मीद है।

भू अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिले में बीते 24 घंटे के दौरान औसत 39 मिमी (1.54इंच) वर्षा हुई। इसमें अंजड़ में 62, राजपुर में 61, सेंधवा में 60, बड़वानी में 53.3, पाटी में 47.6, पानसेमल में 32.4, निवाली में 28.6, ठीकरी में 18, वरला में 14 और चाचरियापाटी में 13 मिमी पानी बरसा। इस वर्ष अब तक जिले में औसत 772.13 मिमी (28.43 इंच) वर्षा हो चुकी है। गत वर्ष इस दौरान 401.63 मिमी (15.81 इंच) ही पानी बरसा था। जिले की औसत वर्षा का आंकड़ा 746.3 मिमी (29.38 इंच) है।
इस साल और पिछले साल हुई औसत बारिश
| केंद्र | इस साल का आंकड़ा | पिछले साल का आंकड़ा |
| बड़वानी | 551.4 | 367.5 |
| राजपुर | 571.0 | 332.6 |
| सेंधवा | 828.0 | 371.0 |
| चाचरियापाटी | 960.0 | 551.0 |
| ठीकरी | 550.5 | 494.6 |
| अंजड़ | 582.0 | 339.9 |
| पाटी- | 534.8 | 195.9 |
| वरला | 722.2 | 520.0 |
| पानसेमल | 818.8 | 368.8 |
| निवाली | 1102.3 | 474.6 |
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