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हरदा।जिले में 8 सितंबर तक 39 वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है। नेत्रदान पखवाड़े का मकसद लोगों को नेत्रदान के महत्व के बारे में शिक्षित करना, मिथकों को दूर करना और लोगों को मृत्यु के बाद अपनी आंखें दान करने के लिए प्रोत्साहित करना है। अभिय
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नेत्रदान के तहत मोतियाबिंद,दूरदृष्टि या दूरदृष्टि दोष,ऑपरेशन की गई आंखों या सामान्य बीमारियों से पीड़ित कोई भी व्यक्ति,चाहे उसकी उम्र, लिंग, धर्म और रक्त समूह कुछ भी हो। अपनी आंखें दान कर सकता है।सीएमएचओ डॉ. एचपी. सिंह ने बताया कि मृत्यु के बाद नेत्रों को 6 से 8 घंटों तक निकाला जा सकता है।
नेत्रदान के बारे में अधिक जानकारी के लिये जिला चिकित्सालय के नेत्ररोग विशेषज्ञ से संपर्क किया जा सकता है। सीएमएचओ सिंह ने बताया कि नेत्रदान महादान है।नेत्रदान करने से मृत्यु के बाद भी दूसरे व्यक्तियों के जीवन में उजाला लाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि देखने में असमर्थ लोगों के लिए नेत्रदान से उन्हें नई रोशनी दी जा सकती है।
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