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जलजमाव के मुद्दे पर बैठक।
– फोटो : अमर उजाला
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शहर में शुक्रवार को हुए जलजमाव को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव की नाराजगी के बाद कलेक्टर आशीष सिंह एक्शन मोड मेें आ गए। उन्होंनेे रविवार को नगर निगम,पीडब्लूडी अफसरों की बैठक बुलाई और जलजमाव से इंदौर को मुक्त कराने की रणनीति बनाई।
अफसरों ने बताया कि पहले सड़कों के आसपास कच्चे नाले होते थे, जिनसे वर्षाजल बहकर बड़े नालों में बह जाता था। सड़कों के चौड़ीकरण व कब्जों के कारण वे नाले बंद हो गए।
कलेक्टर ने कहा कि जिन क्षेत्रों में जलजमाव की ज्यादा समस्या है, वहां नाले खोजकर उन्हें पुराने स्वरुप में लाया जाए। नालों के कब्जे भी प्राथमिकता से हटाए जाए। उधर मेयर पुष्य मित्र भार्गव भी रविवार को मैैदान में उतरे और जलजमाव वाले क्षेत्रों को देखा और अफसरों को उसे दूर करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर बोले-सोमवार से मैदानी काम हो
बैठक मेें बताया गया कि विजय नगर चौराहा, सत्यसांई चौराहा, सयाजी चौराहा, तीन इमली चौराहा, खजराना ब्रिज, न्याय नगर, कलेक्टोरेट चौराहे पर जलजमाव की ज्यादा समस्या है, लेकिन पानी 30 से 40 मिनट मेें निकल जाता है। कलेक्टर ने कहा कि इसका समय कम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए दो तरह की योजनाएं बनाए, दिर्घकालीन और लघुकालीन। सोमवार से ही जलजमाव को दूर करने काम सड़कों पर नजर आना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि जिन मार्गों पर स्टार्म वाटर लाइन नहीं हैै। वहां तत्काल इसे बिछाने का काम किया जाए।
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