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Torrential rain made everyone wet, crops came to life, torrential rain occurred in Silavad of the district for one hour, heavy rain also occurred in Pati | मूसलाधार बारिश ने किया तरबतर: फसलों में आई जान, सिलावद और पाटी में भी झमाझम वर्षा – Barwani News

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लंबी खेंच के बाद मंगलवार शाम को जिले में विभिन्न स्थानों पर लगभग एक घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। इस बारिश से खरीफ सीजन में बोई गई फसलों में जान आ गई। किसानों के अनुसार, तेज बारिश से विशेषकर कपास की फसल को इसका काफी लाभ होगा। बारिश की लंबी खेंच होने से

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हालांकि विभिन्न स्थानों पर एक से डेढ़ घंटे तक तेज बारिश हो जाने से अब फसलों की स्थिति बेहतर हो जाएगी। मंगलवार शाम करीब साढ़े 5.30 बजे से सिलावद में मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो शाम लगभग साढ़े 6.30 बजे तक जारी रहा। वहीं, पाटी में भी करीब आधे घंटे तक झमाझम बारिश हुई। पलसूद में भी कुछ देर पानी बरसा। इसी तरह जिले के अन्य स्थानों पर भी बारिश देखने को मिली। इस बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।

अब तक औसत 19.8 इंच बारिश
जिले में इस वर्षा काल में 1 जून से अब तक 19.8 इंच औसत वर्षा जिले में हो चुकी है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 15.6 इंच औसत बारिश हो सकी थी। इस तरह देखा जाए तो जिले में इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले चार इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। जिले में औसत वर्षा का आंकड़ा 29.38 इंच है।

जिले की औसत वर्षा के आंकड़े तक पहुंचने के लिए अब महज 10.30 इंच बारिश की दरकार है। वहीं वर्षा काल को भी लगभग सवा महीने का समय और बचा है। सावन माह में छिटपुट बारिश होने के बाद अब भादौ में अच्छी बारिश होने की सभी को उम्मीद है।

सिलावद में घरों में घुसा बारिश का पानी
सिलावद में मंगलवार शाम को हुई एक घंटे की मूसलाधार बारिश के बाद पानी की निकासी ना होने से जगह-जगह तालाब की तरह जलजमाव देखने को मिला। वहीं कई लोगों के घरों में भी रोड से पानी सीधे अंदर घुस गया, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

दरअसल, पूर्व में बने मुख्य मार्ग के बाद रोड के दोनों साइड में नालियों का निर्माण नहीं किया गया, जिससे बारिश होने पर हर साल रोड का पानी सीधे लोगों के घरों में घुसता है। सिलावद में लगभग डेढ़ किमी लंबे मुख्य मार्ग में एमपीआरडीसी और पीडब्ल्यूडी द्वारा डामर और सीमेंट कांक्रीट की सड़क का निर्माण कुछ वर्ष पूर्व ही किया गया है। दोनों ही विभागों ने रोड के साथ नालियों का निर्माण करना मुनासिब नहीं समझा, जिससे बारिश होने पर पानी की निकासी की व्यवस्था ना होने से जगह-जगह जलजमाव के साथ पानी लोगों के घरों में घुसता है।

जिले में अब तक बारिश
केंद्र – इस वर्ष – गत वर्ष

बड़वानी – 357.5 – 366.2
पाटी – 322.7 – 194.9
अंजड़ – 386.1 – 337.9
ठीकरी – 390.5 – 487.6
राजपुर – 317.0 – 331.6
सेंधवा – 564.0 – 371.0
चाचरियापाटी – 803.0 – 534.0
वरला – 564.7 – 515.1
पानसेमल – 540.6 – 364.8
निवाली – 792.0 – 466.4
औसत वर्षा 503.8 – 397.0
: भू-अभिलेख कार्यालय अनुसार (बारिश मिमी में)

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