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रक्षाबंधन के त्योहार से ठीक 1 दिन पहले मुरैना शहर के बाजारों में अत्यधिक भीड़ देखी गई। बंजारों की रौनक देखते ही बन रही थी। सड़क के दोनों तरफ राखियों की दुकानें सजी हुई हैं।
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बाजार में हर प्रकार की राखी मौजूद है। पूछने पर दुकानदार ने बताया कि यहां पर 10 रुपए की राखी से लेकर 200 रुपए तक की राखी मौजूद है। बाजार में सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की भीड़ थी। मुरैना जिले के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं एवं पुरुष मुरैना शहर में बाजार करने आते हैं।
यह लोग सुबह ही आ जाते हैं और शाम होते ही सामान लेकर चले जाते हैं। जहां तक शहर के लोगों का सवाल है वह भी रात के 8:00 तक बाजार में दिखाई देते हैं। रात 9:00 बजे तक पूरा बाजार एक तरफ से बंद हो जाता है केवल खाने-पीने की छोटी दुकानें तथा ठेले लगे रहते हैं।

सुबह से सज जाती हैं दुकानें
मुरैना शहर का बाजार ग्रामीण क्षेत्र का बाजार है। यहां पर अधिकांशतः जिलेभर के ग्रामीण क्षेत्र के लोग सामान खरीदने आते हैं। इसलिए यह बाजार सुबह ही सज जाते हैं। सुबह 10:00 बजे तक पूरा बाजार खुल जाता है। उसके बाद खरीदारी का सिलसिला शुरू होता है और रात के 8:00 बजे तक चलता रहता है। इस समय बाजारों में रौनक है क्योंकि रक्षाबंधन का त्यौहार है।
रक्षाबंधन के त्योहार से ठीक 1 दिन पहले मुरैना शहर के बाजार में भरपूर रौनक रही। दिनभर हजारों महिला तथा पुरुषों ने खरीदारी की। इस खरीदारी में सबसे अधिक बिक्री राखियों की हुई। बता दे कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अपने रिश्तेदारों के घर एक दिन पहले ही पहुंच जाते हैं। शहरी क्षेत्र के लोग उसी दिन पहुंचते हैं क्योंकि उनके पास समय का अभाव रहता है।

कपड़े और जूते चप्पलों की खरीदी
राशियों के साथ-साथ कपड़े, चूड़ियां, जूते चप्पल तथा मिठाई की भरपूर बिक्री हुई। मिठाई तथा राखियों के ठेले तथा दुकाने पूरे बाजार में जगह-जगह लगी हुई है। कई दुकानें अस्थाई रूप से बनाई गई हैं जो केवल त्योहार को देखते हुए रखी गई है।

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