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मानसून सीजन के रविवार को 50 दिन पूरे हो चुके। इतने दिनों में महज 16.1 इंच बारिश हो पाई, जबकि पिछले साल इस तारीख तक यशवंत सागर अपनी क्षमता के मुताबिक 19 फीट भरा चुका था। वहीं इस दफा 17.7 फीट ही भर पाया है। उसमें भी 10 से 11 फीट पानी पिछले साल की बारिश
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इधर, रविवार को भी दिनभर फुहारों का दौर चला। सौ-सौ मीटर की दूरी पर कहीं फुहार मिलती तो कहीं सूखा मिलता। हवा जरूर 30 किमी की रफ्तार से कई बार चलती रही, जिससे मौसम में ठंडक महसूस हो रही थी। वहीं बीच-बीच में कुछ सेकंड के लिए हलकी धूप भी निकली। दरअसल, बंगाल की खाड़ी से आया सिस्टम मालवा-निमाड़ में ही कमजोर पड़ गया। अगले 4-5 दिन यानी 15 अगस्त तक तेज बारिश के आसार नहीं हैं। 20 अगस्त के बाद तेज बारिश की संभावना जताई जा रही है।
यशवंत सागर में 17 फीट पानी, बिलावली भी खाली

पानी गिरने के दिन ज्यादा, लेकिन बारिश कम हुई
जुलाई के 31 में से 21 दिन शहर के किसी न किसी हिस्से में पानी गिरा। अगस्त के भी 11 में से 9 दिन बारिश हुई, लेकिन यह रिमझिम से ज्यादा नहीं थी। मानसून के पूरे 50 दिन के सीजन में एक भी दिन ऐसा नहीं आया, जब एक साथ 3-4 इंच पानी बरसा हो। अधिकतम 2.6 इंच ही पानी गिरा है। हालांकि पिछले साल का अगस्त भी काफी खराब था। महज 2.7 इंच ही पानी गिरा था, लेकिन तब जुलाई में 21 इंच बारिश हो चुकी थी, जिससे सालभर के पानी का इंतजाम हो गया था। इस बार जुलाई के साथ अगस्त भी कमजोर बीत रहा। रोज मामूली बारिश से सड़कें फिसलनभरी हो रहीं।
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