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दमोह जिले की बेबस नदी में रविवार सुबह मछली पकड़ने गए दो युवक नदी के उफान पर आने से बाढ़ में फंस गए थे। सेमरा कछार गांव से निकली नदी के दूसरे पार खड़े लोगों ने दोनों युवकों को नदी में फंसा हुआ देखा, तो बटियागढ़ पुलिस को इसकी सूचना दे दी। जहां से दमोह
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होमगार्ड जिला कमांडेंट हर्ष कुमार जैन ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम लेकर हम दोपहर 12.30 बजे सीधे रवाना हुए। जहां नदी तक पहुंचने के लिए भी कई किलोमीटर कीचड़ से चलकर जाना पड़ा। यहां पहुंचने के बाद देखा की नदी उफान पर है और ऐसे में रेस्क्यू नहीं किया जा सकता, लेकिन फिर भी रात करीब 10:00 बजे तक टीम ने कई बार प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।
मजबूरी में रात में रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा। सुबह 4:00 बजे बेबस नदी पर बने पगरा डेम के दो गेट बंद कराए, जिससे नदी का बहाव काफी कम हो गया और उसके बाद तत्काल एसडीआरएफ की टीम ने नदी के दूसरे पर जाकर युवाओं को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया।
दोनों युवकों ने पेड़ पर गुजारी रात
नदी की बाढ़ में फंसे दोनों युवकों को 24 घंटे एक पेड़ पर गुजारने पड़े। केरबाना गांव निवासी दोनों युवक सुनील पादरी और संजय पादरी रविवार सुबह मछली मारने के लिए नदी के पार गए थे लगातार बारिश हो रही थी इसलिए नदी उफान पर आ गई और दोनों फंस गए। कुछ देर बाद आसपास के क्षेत्र में भी पानी भरने लगा इसलिए दोनों को मजबूरन एक पेड़ का सहारा लेना पड़ा।
इसके बाद पानी लगातार बढ़ता गया तो दोनों युवक पेड़ पर ही बैठे रह गए और 24 घंटे उन्हें पेड़ पर ही बैठना पड़ा। रेस्क्यू टीम को सफलता नहीं मिल रही थी इसलिए हेलिकॉप्टर बुलाने की भी प्लानिंग शुरू हो गई थी, लेकिन सुबह एसडीआरएफ की टीम ने दोनों युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

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