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जिले में तीन निवेश क्षेत्र हैं जिनमें मास्टर प्लान लागू किया जाता है। सागर में अमृत 1.0 योजना के तहत 2035 का मास्टर प्लान पहले ही लागू किया जा चुका है लेकिन बीना और खुरई में अब तक नया मास्टर प्लान लागू नहीं हुआ है।
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दरअसल बीना और खुरई निवेश क्षेत्र में अमृत 2.0 योजना के तहत मास्टर प्लान लागू होना है। अमृत 2.0 में मप्र के 38 शहर शामिल हैं। इनमें बीना और खुरई भी हैं, जिनका नया मास्टर प्लान तैयार किया जाना है। शासन स्तर से शहरों के नाम तो जारी कर दिए गए हैं। लेकिन 2.0 के तहत इन शहरों में कितनी जनसंख्या और किस वर्ष को ध्यान में रखते हुए मास्टर प्लान तैयार करना है, ये तय नहीं किया है।
इस कारण टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारियों ने बीना और खुरई के मास्टर प्लान पर अब तक काम ही शुरू नहीं किया है। अधिकारी शासन से निर्देश मिलने का इंतजार कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि मास्टर प्लान में जो प्लानिंग एरिया तय किया जाता है, जब तक उस पर पूरी तरह काम नहीं हो जाता, तब तक उसे री-वाइज किया जाता है।
खुरई में 2021 व बीना में 2011 का मास्टर प्लान
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारियों ने बताया कि अभी खुरई में 2021 और बीना में 2011 का मास्टर प्लान लागू है। बीना का नया प्लान 2021 को ध्यान में रखते हुए 8 साल पहले तैयार किया जा रहा था। लेकिन तब शासन ने उस पर रोक लगा दी थी। इसलिए वहां अभी 2011 का प्लान ही लागू है। वहीं खुरई में 2021 का प्लान लागू हो गया था। लेकिन अब वहां अमृत 2.0 के तहत नया मास्टर प्लान लागू किया जाएगा।
नए एरिया ठीक ढंग से नहीं हो रहे डेवलप
बीना और खुरई का नया मास्टर प्लान बनने में हो रही देरी के कारण वहां के नए एरिया ठीक ढंग से विकसित नहीं हो रहे हैं, जो एरिया 2011 और 2021 के मास्टर प्लान में नहीं हैं ऐसे एरिया में बिना अनुमति के अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं। बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए इन दोनों शहरों का मास्टर प्लान के मुताबिक जिस ढंग से सुनियोजित विकास होना चाहिए वैसा काम नहीं हो पा रहा है।

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