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दमोह जिले भर में रात भर हुई बारिश के बाद से ग्रामीण क्षेत्र के कई इलाकों में आवागमन बंद हो गया है। खास तौर पर जंगली नालों के उफान पर होने मुख्य सड़क को जोड़ने वाले पुल डूब गए हैं, लेकिन लोग हैं की जान जोखिम में डालकर इन्हें पार कर रहे हैं।
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वहीं इतनी बारिश के बाद भी दमोह पथरिया मार्ग का आवाजाही सुचारु रूप से चल रही है। कारण यह है कि एक माह पहले ही यहां नए पुल को लोगों के लिए खोल दिया गया है। इससे पहले जरा सी बारिश में ही इस मार्ग का आवागमन बंद हो जाता था और लोगों को बहुत परेशानी होती थी।
यहां जान जोखिम में डालकर निकल रहे लोग
दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक में आने वाले कई गांव का संपर्क एक दूसरे से टूट गया है। चंडी चोपरा पंचायत के हरदुआ सुमेर सिंह गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने के बीच में बनाया गया। पुल जंगली नाले के उफान पर होने से डूब गया है, लेकिन लोग ऐसे में भी पैदल पुल पार कर रहे हैं, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। लोगों का यह जोखिम उनकी जान पर बन सकता है लेकिन लोग नहीं मान रहे।
जूड़ी नदी उफान पर, पुलिस तैनात
दमोह जिले के बटियागढ़ से निकली जूड़ी नदी उफान पर है और पानी पुल के ऊपर से निकल रहा है। बटियागढ़ थाना प्रभारी ने सुरक्षा के लिहाज से एक तरफ पुलिस बल तैनात किया है। ताकि लोग पुल पर पानी होने की दशा में पुल पर ना करें, लेकिन बक्सवाहा की तरफ से आने वाले लोग जोखिम उठाकर पुल को पार कर रहे हैं।
पथरिया के लोगों को मिली राहत
दमोह-पथरिया मार्ग से निकली सुनार नदी पर पुराना पुल जरा सी बारिश में ही डूब जाता था और इससे यहां का आवागमन पूरी तरह बंद हो जाता था। लेकिन एक माह पहले बनकर तैयार हुआ पुल लोगों के आवागमन के लिए खोल दिया गया है। जिससे अब भारी बारिश के बाद भी इस मार्ग का आवागमन सुचारु रूप से चल रहा है, जिससे यहां के लोग काफी खुश हैं।



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