[ad_1]
मामला कलेक्टर-एसपी से लेकर पीएस तक पहुंचा
.
बीते कुछ दिनों से राजनीतिक विवादों का अखाड़ा बने नगर निगम में अब कर्मचारियों के बीच में विवाद हो गया है। मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि दोनों पक्षों ने इसकी शिकायत, निगमायुक्त, महापौर से लेकर कलेक्टर-एसपी तक से कर दी और इसके साथ ही नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव एवं आयुक्त को भी शिकायती पत्र भेज दिए। इस लड़ाई के पीछे की वजह भी राजनैतिक लड़ाई जैसे वर्चस्व को लेकर ही है।
अंदरूनी तौर पर तो यह निगम में सालों से चल रही थी। लेकिन इस बार खुलकर सामने आ गई है। इसमें फायर विभाग के शाखा प्रभारी सईदउद्दीन कुरैशी और वाहन शाखा के सहायक कृष्ण कुमार बबलू चौरसिया ने एक-दूसरे पर गाली-गलौज करने के आरोप लगाए हैं। कार्रवाई की मांग की है।
कुरैशी ने कहा-मेरी जान को खतरा, संघ ने दी आंदोलन की चेतावनी
नगर निगम/नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव राजेश सिंह राजपूत एवं अन्य पदाधिकारियों ने ज्ञापन देकर गालीगलौज एवं जान से मारने की धमकी देने पर वाहन विभाग में पदस्थ कृष्ण कुमार बबलू चौरसिया के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की मांग की है। चौरसिया, सईदउद्दीन कुरैशी को नाम से गालियां देते हुए कार्यालय में खोज रहा था। इससे भयभीत होकर कुरैशी ने अपनी जान के खतरे को भांपते हुए भागना उचित समझा। कुछ दिन पहले उसे चौरसिया ने जान से मारने की धमकी दी थी। जिस पर शिकायतकर्ता कुरैशी ने मौखिक रूप से निगमायुक्त को सूचित किया था।
जिस पर निगमायुक्त ने भविष्य में ऐसा नहीं होने का आश्वासन दिया था। कुरैशी निगम में सुरक्षित नहीं है, यदि वहां से नहीं भागता तो कोई भी अनहोनी हो जाती। उन्होंने सुरक्षा की मांग करते हुए चौरसिया के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में लिखा है कि सईदउदद्ीन मध्यप्रदेश नगर निगम, नगर पालिका कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष हैं। इस संबंध में प्रांतीय अध्यक्ष भोपाल को सूचना दी गई। प्रदेश स्तर से प्राप्त निर्देशानुसार संघ द्वारा कार्यवाही के संबंध में यह ज्ञापन दिया जा रहा है। यदि चौरसिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो कर्मचारी संघ आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगा।
चौरसिया बोले- मेरे विभाग में हो रहा हस्तक्षेप, सिंह और गुरु पर भी हो कार्रवाई
बबलू चौरसिया ने लिखा है कि दो जुलाई को अपने मूल दायित्व के साथ ही सहायक वाहन प्रभारी के रूप में दायित्व दिया गया था। जिसे मैं ईमानदारी पूर्वक निर्वहन कर रहा था। इस आदेश से स्वच्छता निरीक्षक राजेश सिंह द्वारा मेरे बारे में निगम स्टाफ से अनर्गल वार्तालाप किया गया। मेरे बारे में अपशब्दों का प्रयोग किया। अपने अधिकारों के विपरीत जाकर विभाग में अनावश्यक पत्र व्यवहार मुझे अपमानित करने के लिए किया। लिहाजा स्वच्छता निरीक्षक पर कार्रवाई कर मुझे न्याय दिलाएं। ऐसी परिस्थितियों में मेरे लिए कार्य करना कठिन होगा।
वर्तमान में आनंद मंगल गुरु स्वच्छता निरीक्षक के पद पर हैं। परंतु सहायक आयुक्त के रूप में कार्य कर रहे हैं, जो मुझसे भी कनिष्ठ की श्रेणी में आते हैं। परंतु आज तक मेरी सुनवाई नहीं हुई। फायर शाखा में कार्यरत कुरैशी स्वच्छता निरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं। मेरे प्रभारी पूरनलाल अहिरवार हैं। बावजूद इसके कुरैशी मेरे वाहन विभाग में हस्तक्षेप करते हुए कार्य कर रहे हैं। उन पर कार्रवाई हो या मुझे विभाग से मुक्त कर दें। मुझसे कुरैशी द्वारा गालीगलौज और अभद्रता की गई। इनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए। मेरे साथ न्याय करें।
[ad_2]
Source link

