[ad_1]
मझौली नगर परिषद के वार्ड नंबर 1 में स्थित श्मशान घाट की स्थिति ऐसी है कि यहां पर अंतिम संस्कार के बाद व्यक्ति की अस्थियां पानी में तलाश करना पड़ता है। वजह यह है कि थोड़ी सी बारिश में श्मशान घाट में इतना पानी भर जाता है कि अस्थियां तक बह जाती है। स्था
.

मझौली में रहने वाले व्यापारी प्रकाश साहू की मां रेवा बाई (80) का देहांत हो गया था। अंतिम संस्कार करने के बाद तीन दिन बाद जब परिवार के लोग श्मशान घाट पहुंचते है तो पूरे में पानी भरा रहता है। प्रकाश में पानी में बही अस्थियां को जैसे-तैसे इकट्ठा करते है। प्रकाश साहू ने बताया कि मझौली नगर परिषद है पर यहां के श्मशान घाट के हालत गांव से भी बदत्तर है। चारों तरफ गंदगी फैली रहती है। उनका कहना है कि जब मां की खारी उठाने के लिए श्मशान घाट पहुंचा तो देखा कि अस्थियां नहीं मिला,राख नहीं मिली, पूरे श्मशान घाट में पानी भरा हुआ था। जैसे-तैसे पानी में तलाश कर अस्थियां को इकट्ठा किया। प्रकाश साहू का कहना है कि लाखों रुपए का काम परिषद करवा रही है, पर श्मशान घाट पर किसी की नजर नहीं जा रही है।

प्रकाश साहू ने अधिकारियों से मांग की है कि जो मेरी मां की अस्थियों के साथ हुआ है, वो दोबारा किसी के साथ ना हो इस पर ध्यान देना होगा। हर दो चार दिन मे किसी ना किसी की मौत पर अंतिम संस्कार के लिए उन्हें यहां पर लाया जाता है। थोड़ी सी बारिश में ही श्मशान घाट में पानी भर जाता है। इधर नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि गलती हुई है, प्रपर व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि तेज बारिश में पानी श्मशान घाट के अंदर आ जाता है, जल्द ही नया शेड लगवाया जा रहा है, जिससे कि दोबारा ऐसे हालात ना बने।
[ad_2]
Source link



