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देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद् की बैठक शुक्रवार को हुई। बैठक में करियर एडवांस योजना के अंतर्गत नियमित एवं स्ववित्त के कुल 72 शिक्षकों की पदोन्नतीं के लिए चयन समिति की अनुशंसा को कार्यपरिषद् ने स्वीकृति प्रदान की। कार्यपरिषद ने नया डिपार्टमें
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जानिए किस कार्यपरिषद सदस्य ने क्या कहा
– अनंत पवार ने सुझाव दिया कि भारतीय ज्ञान परंपरा से संबंधित पुस्तकें विश्वविद्यालय की लाईब्रेरी में उपलब्ध कराई जाए साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि स्ववित्त कर्मचारियों को भी ग्रुप इंश्योरेंस की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।
– डॉ. एके द्विवेदी ने कहा कि विश्वविद्यालय के किसी भी कर्मचारी, शिक्षक एवं अधिकारी को सीधे न्यायालय नहीं जाना चाहिए, पहले अपना पक्ष विश्वविद्यालय के समक्ष रखना चाहिए।
– डॉ.ओम शर्मा जी ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय के प्रशासनीय कार्यों में अंग्रेजी के साथ हिन्दी तिथि एवं पंचांग का उल्लेख करना चाहिए।
– मोनिका गौड़ ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक्स द्वारा उपस्थिती अनिवार्य की जानी चाहिए।
– वैशाली वाईकर ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को एक वृक्ष लगाकर उसकी देखभाल की जिम्मेदारी लेनी चाहिए एवं विश्वविद्यालय द्वारा ऐसे विद्यार्थी को प्रमाण पत्र दिया जाए। कार्यपरिषद सदस्यों के सभी सुझाव सर्वसम्मति से मान्य किए गए।
ये फैसले हुए
– जीवन विज्ञान अध्ययनशाला में पशु चिकित्सक की नियुक्ति करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई।
– विश्वविद्यालय के पुराने टेबुलेशन चार्ट के डिजिटलीकरण करने के प्रस्ताव को मान्यता दी गई।
– भौतिकी अध्ययनशाला के प्रध्यापक डॉ. यजुवेन्द्र चोयल के रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए उपकरण खरीदी करने 47 लाख 95 हजार के प्रस्ताव को स्वीकृति।
– आईईटी संस्थान में डुएल डेस्क खरीदने 42 लाख स्वीकृत किए। इंटरनेट नेटवर्क अपग्रेड करने के लिए 15 लाख 95 हजार स्वीकृत किए। विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों की सुविधा के लिए बस और एम्बुलेंस खरीदने के लिए 35 लाख स्वीकृत।
– विश्वविद्यालय के आईईटी परिसर में भारत सरकार की “प्रधानमंत्री जन विकास कार्ययोजना” के अंतर्गत जैन अध्ययन केन्द्र की स्थापना से संबंधित डीपीआर को कार्यपरिषद् ने मान्यता प्रदान की।
– विद्या संबंधी योजना एवं मूल्यांकन बोर्ड की अनुशसा के अनुसार एक पृथक विभाग स्थापित कर, School of Aviation, Tourism, Hospitality and Management जैसे व्यवसायिक पाठ्यक्रम चलाये जाने के प्रस्ताव को कार्यपरिषद ने मान्य किया।
– विश्वविद्यालय की स्टैंडिंग कमेटी द्वारा दी गई अनुशंसा के आधार पर कार्यपरिषद् ने निर्णय लिया कि जिन महाविद्यालयों में उचित संख्या में शिक्षको की नियुक्ति नहीं की गई है वहां विद्यार्थियों की सीट्स को कम कर दिया जाए।
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