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मंडला में महान चित्रकार पद्मविभूषण सैयद हैदर रजा की स्मृति में “रजा स्मृति” का आयोजन किया गया।
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कार्यक्रम के तीसरे दिन सोमवार को भी बड़ी संख्या में कला के शौकीन रजा कला वीथिका पहुंचे। उन्होंने अपनी पसंद के अनुसार चित्रकारी कर अपने चहेते कलाकार को याद किया। चित्रकारों ने सफेद छातों पर आकर्षक चित्रकारी की। गमले में भी लोगों में अपनी चित्रकारी का हुनर दिखाया। भीखम प्रजापति से लोगों ने चाक पर मिटटी की चीजें बनाना सीखा।

रपटा घाट में आयोजित चित्रकला कार्यशाला में चित्रकारी कर रहे मेहमान कलाकार रजनी भोसले, प्रीति मान, रिव्या बकुत्रा, पूर्वी शुक्ल, अनूप श्रीवास्तव, सनी मालवतकर, दीपक कुमार श्याम, आत्माराम श्याम, हरिओम पाटीदार और प्रभात जोशी कैनवास पर अपनी कलाकृति को पूर्ण करने में जुटे थे। इनका काम देखने के लिए भी बड़ी संख्या में कला के शौकीन रपटा घाट पहुंच थे।

नृत्य और काव्य पाठ के बाद स्थानीय विधायक व पीएचई मंत्री संपतिया उइके के हाथों छाते पर रंग और ग्रीष्म ऋतु में आयोजित कथक और चित्रकला के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

इस मौके पर संपतिया उइके ने कहा कि कलाओं को समर्पित रजा फाउंडेशन ने महान चित्रकार की जन्भभूमि पर जो परंपरा विकसित की है वह भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न कलाओं से सजे इस कार्यक्रम की रूप रेखा आने वाली पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है और मानवीय बने रहने की प्रेरणा देती है।

रजा फाउंडेशन के सदस्य सचिव संजीव चौबे ने बताया कि मंगलवार को रजा साहब की 8वीं पुण्यतिथि पर बिंझिया स्थित कब्रिस्तान में सुबह 10 बजे पुष्पांजलि दी जाएगी। उन्होंने कला प्रेमियों से कब्रिस्तान पहुंचकर रजा साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित करने की अपील की है।

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