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परासिया जनपद के बागबर्धिया में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां सचिव के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन में की शिकायत को बंद करने के लिए शिकायत कर्ता को मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं सचिव इसके नाम से अंत्येष्ठी राशि भी डकार गया। पीडि़त ने इस बात की शिका
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दरअसल परासिया जनपद की पंचायत बागबर्धिया में मनरेगा से संबंधित कार्य किए जा रहे है। जिसके तहत 19 लाख की राशि से तालाब निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह कार्य मशीनों से कराए जा रहे थे। इस मामले में एक जागरूक नागरिक कैलाश राठौर ने सचिव कृष्णा नागवंशी के खिलाफ सीएम हेल्प लाइन में 25 मई 2024 को शिकायत की थी। जिसके बाद सीएम कार्यालय से जांच के आदेश दिए गए।
सचिव ने जांच को समाप्त करने के लिए शिकायत कर्ता को मृत बता दिया। इसके बाद जांच बंद हो गई। इसके बाद सचिव ने शिकायत कर्ता के नाम से अंत्येष्ठी राशि निकालकर डकार ली। जब शिकायत कर्ता के मोबाइल पर मैसेज आया था। मैसेज के बाद 181 नंबर डायल किया। वहां फोन रिसीव करने वाले ने बताया कि आपकी शिकायत का निराकरण हो गया। इसमें शिकायत कर्ता की सडक़ हादसे में मौत होना बताकर शिकायत बंद कर दी गई है। जब यह मामले की पोल खुल गई तो सचिव इस मामले में पल्ला झाड़ रहे है। वह रहे है कि बाबू की गलती से यह हुआ है। पंचायत में एक और राठौर सरनेम व्यक्ति की सडक़ हादसे में मौत हुई थी।
शिकायत कर्ता की जगह उनकी जानकारी भेज दी। इस तरह सचिव ने यह खेल खेला है। इसके बाद शिकायत कर्ता ने जनपद पंचायत सीईओ से शिकायत की है। शिकायत किए 15 दिन से अधिक का समय बीत चुका है। इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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