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प्री मानसूनी दौर और फिर मानसून की शुरुआत में बरस कर उम्मीदें जगा गए बादल अब सतना और मैहर जिले से रुठ गए लगते हैं। पिछले कई दिनों से आसमान पर आवाजाही करते रहने के बावजूद लोगों को अब भी बारिश का इंतजार ही करना पड़ रहा है।
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बारिश का दौर थमा हुआ है और कड़ी धूप तथा उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल हैं। हालत यह है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार सतना जिले में आंकड़ों में भी बारिश पिछड़ गई है नतीजतन किसानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें गहराने लगी हैं। बारिश मैहर में भी नहीं हो रही लेकिन मैहर में गत वर्ष की अपेक्षा बारिश के आंकड़े बेहतर हैं।
अधीक्षक भू अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार,
सतना जिले में इस वर्ष 1 जून से अब तक मौजूदा वर्षा काल मे 173 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि पिछले वर्ष इस अवधि में 206.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। सर्वाधिक वर्षा जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 338.9 मि.मी हुई है जबकि सबसे कम 69.7 मिमी वर्षा नागौद तहसील के जसो क्षेत्र में हुई है। इसके अलावा सोहावल (रघुराजनगर) में 128.3 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 152.4 मि.मी, बिरसिंहपुर में 169 मि.मी., रामपुर बाघेलान में 82 मि.मी., नागौद में 180.5 मि.मी. एवं उचेहरा में 263 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 891.7 मि.मी. है।
मैहर के अमरपाटन में सर्वाधिक बारिश
मैहर जिले में इस वर्ष 1 जून से अब तक 274.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 151.5 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी। अधीक्षक भू-अभिलेख मैहर ने बताया कि सर्वाधिक 318 मिमी बारिश अब तक जिले की अमरपाटन तहसील में हुई है। जिला मुख्यालय मैहर में 216.1 मिमी व रामनगर में 289.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 919.7 मिमी है।

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