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मध्यप्रदेश से गुजर रही मानसूनी ट्रफ ऊपर निकल गई है। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर भी कम हुआ है। इस वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश का दौर भी थम गया है। गुरुवार को प्रदेश के पूर्वी हिस्से के 12 जिलों में बारिश हुई, जबकि पश्चिमी हिस्से मे
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नमी और लोकल सिस्टम की वजह से शुक्रवार को शिवपुरी, अशोकनगर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, सागर, बैतूल में तेज बारिश हो सकती है।
IMD, भोपाल के वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया, ट्रफ प्रदेश से गुजर रहा था, जो अब काफी ऊपर निकल गया है। वहीं, वर्तमान में स्ट्रॉन्ग सिस्टम नहीं है। इस कारण पूर्वी हिस्से में थोड़ी तेज बारिश हो सकती है, लेकिन पश्चिमी हिस्से में असर कम करेगा। कुछ दिन के बाद सिस्टम की फिर से स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिल सकती है।
सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अभी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। आने वाले दिनों में भारी बारिश होगी।
एमपी के पूर्वी हिस्से में बारिश, 12 जिले भीगे
मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में गुरुवार को तेज बारिश का दौर जारी रहा। 12 जिलों में पानी गिरा। सबसे ज्यादा दमोह में 56 मिमी यानी, 2.2 इंच पानी गिर गया। खजुराहो, मंडला, नौगांव, सतना, सिवनी में आधा इंच से पौन इंच के करीब पानी गिरा। छिंदवाड़ा, जबलपुर, रीवा, सागर, उमरिया, बालाघाट के मलाजखंड में भी बारिश हुई। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से यानी, बैतूल और गुना में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।

कई जिलों में टेम्प्रेचर भी बढ़ा
बारिश का दौर थमने के बाद गुरुवार को कई जिलों में दिन का तापमान भी बढ़ गया। निवाड़ी के पृथ्वीपुर और छतरपुर के बिजावर में पारा 36 डिग्री के पार रहा। ग्वालियर में 35.5 डिग्री और खजुराहो में 35.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, रतलाम, उमरिया, गुना और सतना में पारा 34 डिग्री से ज्यादा रहा।
- बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 31.5 डिग्री, इंदौर में 32.3 डिग्री, जबलपुर में 32 डिग्री और उज्जैन में पारा 33 डिग्री दर्ज किया गया।
- पचमढ़ी में सबसे कम 27.2 डिग्री, सिवनी में 27.4 डिग्री और बैतूल में पारा 29.5 डिग्री दर्ज किया गया।
एमपी में गुरुवार को इतना रहा टेम्प्रेचर…


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