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सफाई कामगारों की ठेका प्रथा को समाप्त करने, विनियमित कर्मचारी को नियमित करने, वेतन के साथ 5000 रुपए जोखिम भत्ता सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने निकले सफाई कामगारों को पुलिस ने बैरिकेटिंग कर प्रदेश कांग्रेस कार
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मध्य प्रदेश कांग्रेस सफाई कामगार प्रकोष्ठ के बैनरतले भोपाल पहुंचे प्रदेशभर के सफाई कामगारों ने कहा कि इन्हीं मांगों को लेकर एक वर्ष पहले वे विधानसभा का घेराव करने आए थे। इसके बाद भी सरकार ने मांगों पर ध्यान नहीं दिया। यदि सरकार अब भी नहीं चेती तो हम फिर से आंदोलन करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कामगारों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सफाई कामगारों के साथ न्याय होना चाहिए। ठेका व्यवस्था बंद हो और सफाई कामगारों के रिक्त पदों पर नई भर्ती की जाए। उनके जीवन-यापन में सुधार लाने के लिए सरकार को नई नीति लागू करना चाहिए।

पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सफाई कामगारों की मांगों को जायज बताते हुए शीघ्र निराकरण करने की सरकार से मांग की। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से सफाई कामगार अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इसके बाद कांग्रेसजन पैदल मार्च करते हुए मुख्यमंत्री निवास की ओर आगे बढ़े। सफाई मजदूर कामगार पदाधिकारियों ने नारेबाजी कर अपनी मांगों का निराकरण किए जाने की मांग की। कांग्रेस सफाई कामगार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष जयराज सिंह चौहान ने बताया कि मध्य प्रदेश के सफाई कामगारों के हितों और अधिकारों को लेकर यह प्रदर्शन किया है। धरना-प्रदर्शन एवं घेराव के दौरान उन्हें मुख्यमंत्री निवास के लिए पैदल जाने से पहले रोक दिया गया। चौहान ने बताया कि धरना, प्रदर्शन एवं घेराव में मप्र कांग्रेस समस्त प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया, प्रकोष्ठ के पदाधिकारी देवकरण इंदौरा, महेश नंद मेहर, दीपक खरे, महेश गोहर, सोनू सोंधिया, दारासिंह कटारे, अरविंद मछन्दर सहित कांग्रेस पदाधिकारी, प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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