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इंदौर के देवी अहिल्या बाई होल्कर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गोल्ड स्मगलिंग के नए-नए केस सामने आ रहे हैं। खाड़ी देशों से स्मगल कर लाए जा रहे सोने की मात्रा लगातार बढ़ रही है। सबसे ज्यादा स्मगलिंग शारजाह और दुबई से आने वाली वीकली फ्लाइट से हो रही है। यह गुरुव
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इन दोनों ही देशों का सोना इंदौर में मिलने वाले सोने के मुकाबले 8 हजार 600 रुपए सस्ता है। इंदौर एयरपोर्ट पर बीते दिनों में 5 करोड़ रुपए से ज्यादा सोना पकड़ा गया है। स्मगलिंग के लिए भी नए-नए तरीके इस्तेमाल किए जा रहे हैं, जिन्हें देखकर कस्टम अधिकारी भी हैरान हैं।
वह चार कारण जिनके चलते गोल्ड स्मगलिंग का हब बन रहा इंदौर एयरपोर्ट…
- इंदौर के मुकाबले खाड़ी देशों में मिलने वाला सोना 8 हजार 600 रूपए तक सस्ता है। भारत में गोल्ड पर लगने वाली साढ़े 15 पर्सेंट इम्पोर्ट ड्यूटी प्रमुख कारण है।
- खाड़ी देशों से इंदौर सोना तस्करी करके लाने की दूसरी प्रमुख वजह शुद्धता है। खाड़ी देशो में मिलने वाला सोना 24 कैरट तक शुद्ध होता है। वहां मिलने वाले गोल्ड की प्योरिटी 99.99 होती है। जबकि इंदौर में मिलने वाला गोल्ड 99.49 प्योरिटी का रहता है। यानी के इंदौर के मुकाबले आधा टंच ज्यादा शुद्ध।
- 22 जनवरी से पहले सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी 10 प्रतिशत थी। इसे बाद में बढ़ाकर अब 15 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके अलावा घरेलू मार्केट में सोने पर 3 प्रतिशत जीएसटी भी लगता है। वहीं इन सबके बाद में गहनों की बनवाई पर अलग से 5 प्रतिशत जीएसटी देना होता है। खाड़ी देशों से सोना लाने पर ये सभी टैक्स बच जाते हैं।
- स्मगलर खाड़ी देशों से इंदौर होते हुए गोल्ड मुंबई और दिल्ली ले जाते हैं। तस्करों की पहली पसंद छोटे और कम व्यस्त एयरपोर्ट होते हैं, जहां हफ्ते में एक या दो ही इंटरनेशनल फ्लाइट्स आती-जाती हैं। यही कारण है कि दिल्ली, मुंबई या बेंगलुरु जैसे बड़े एयरपोर्ट की बजाय स्मगलर दुबई-शारजाह से गोल्ड लेकर इंदौर एयरपोर्ट आते हैं। स्मगलर आते वक्त ऐसी सेटिंग करते हैं की वह दुबई-शारजाह से जिस सीट पर बैठकर इंदौर आए हैं, उसी सीट पर बैठकर दिल्ली निकल जाएं। क्योंकि दुबई से इंदौर आने वाली फ्लाइट बाद में दिल्ली के लिए रवाना होती है और इंटरनेशनल से डोमेस्टिक फ्लाइट में बदल जाती है।

विदेश से इतना सोना ला सकते हैं
दुबई या विदेश से कोई भी सोना खरीदकर लाता है तो उसे बिल दिखाने के बाद कस्टम ड्यूटी लगती है। कस्टम ड्यूटी सोने के वजन के अनुसार लगती है। कोई सोने की चेन, अंगूठी, मंगल सूत्र पहनकर जाता है तो नियम है कि पुरुष 10 ग्राम और महिला 20 ग्राम तक सोने के जेवर पहन सकती है। कई बार यात्री सोने की चेन आदि वहां से खरीदकर पहनकर आते हैं, लेकिन यह भी टैक्स फ्री नहीं है, केवल पहले से उपयोग कर रहे जेवर को ही साथ में ले जाने और वापस लाने का नियम है, खरीदकर और पहनकर लाने पर भी कस्टम विभाग को पुख्ता हो जाता है कि यह जेवर नया है, तो इस पर ड्यूटी मांग सकता है।

ऐसे रखी जाती है सोना तस्करी करने वालों पर नजर
सोने की तस्करी रोकने के लिए लगातार यात्रा करने वालों के पासपोर्ट और उसके प्रोफाइल पर नजर रखी जाती है, जैसे कि कोई यदि दिल्ली, मुंबई का है तो वह इंदौर क्यों इस फ्लाइट से आ रहा है? लगातार यात्रा कर रहा है तो ऐसा क्या व्यापार करता है? यात्री सोने का कुछ पहनकर जाता है और वापस आता है तो इस पर भी नजर रखते हैं।

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