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आचार्य विद्यासागरजी महाराज की समाधि के करीब तीन माह बाद एक और बड़े दिगंबर संत आचार्य विरागसागर जी महाराज ने महासमाधि ले ली। आचार्य विरागसागर जी ने 3 और 4 जुलाई की मध्यरात्रि में चतुर्दशी तिथि में 2.30 बजे महाराष्ट्र के जालना के नजदीक देवमूर्ति ग्राम,
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आचार्य भगवन विराग सागरजी महामुनिराज को राष्ट्रसंत, भारत गौरव, गणाचार्य, बुन्देलखण्ड के प्रथमाचार्य, युग प्रतिक्रमण प्रवर्तक, उपसर्ग विजेता, महासंघगणनायक आदि नामों से भी जाना जाता था। उनका इंदौर से विशेष लगाव था। करीब पांच साल पहले इंदौर में उन्होंने चातुर्मास किया था और दलालबाग में धर्मसभाओं से समाजजन को लाभान्वित किया था।
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