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भिंड जिला अस्पताल लंबे समय से निजी नर्सिंग होम्स के दलालों से घिरा है। यहां नर्सिंग होम के दलाल अस्पताल में सक्रिय रहते हैं और वे यहां भर्ती होने वाले मरीजों व अटेंडर को नर्सिंग होम में भर्ती कराए जाने को लेकर प्रेरित करते हैं। यह सूचना भिंड कलेक्टर
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औचक निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्रीवास्तव ने बच्चा वार्ड, ट्रॉमा सेंटर ,मेल वार्ड , ओपन व इनडोर एरिया का निरीक्षण किया। कलेक्टर श्रीवास्तव ने इस दौरान वार्डों में भर्ती मरीजों से चर्चा भी की है इस समय उनकी नजर उन महिलाओं पर रही जो मरीज को बहलाकर निजी नर्सिंग होम भर्ती कराए जाने के लेकर प्रेरित करती थी। हालांकि मुखबिर द्वारा दी गई सूचना के आधार पर ऐसी महिलाएं जिला अस्पताल में कलेक्टर को नजर नहीं आई। कलेक्टर के आते ही यह महिलाए अस्पताल परिसर से गायब हो गई थी।
इस दौरान कलेक्टर ने मरीजों के अटेंडर से भी बातचीत की। अस्पताल में भर्ती मरीजों का रिकॉर्ड भी कंगाला। अस्पताल में भर्ती मरीजों की छुट्टी की जानकारी भी ली।

भिंड कलेक्टर का वाहन जिला अस्पताल में।
ब्लड बैंक प्रभारी को नोटिस थमाया
इस दौरान भिंड कलेक्टर ब्लड बैंक में पिछले दिनों दलाल द्वारा खून बेचे जाने के मामले की भी जानकारी ली। ब्लड बैंक प्रभारी से रिकॉर्ड दिखाने को कहा परंतु ब्लड बैंक प्रभारी तत्काल रिकॉर्ड उपलब्ध न कर सके। इस पर कलेक्टर ने ब्लड बैंक प्रभारी को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया है।
दैनिक भास्कर से चर्चा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि निरीक्षण के दौरान अस्पताल में ऐसा कोई भी व्यक्ति नजर नहीं आया जो निजी नर्सिंग होम के लिए मरीज या अटेंडर को प्रेरित करता हो। हालांकि ब्लड बैंक के मामले को लेकर नोटिस जारी किया जा रहा है।
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